राजस्थान में एक बार फिर कोरोना अपने पैर पसार रहा है। प्रदेश में कोरोना की दोनों डोज ले चुके दो व्यक्तियों की मौत, हैरानी तो ये है कि दोनों को सिर्फ हल्की खासी, जुकाम और बुखार हुआ था, पर ऐसी तबियत बिगड़ी की फिर सही ना हो सकी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने COVID-19 टीकों के लिए अपनी सिफारिशों में बदलाव किया है। नए गाइडलाइन में कहा गया है कि बूस्टर डोज लगाए जाने के 12 महीने बाद अतिरिक्त खुराक दी जानी चाहिए।
कोरोना संक्रमण को लेकर कोई बड़ा खतरा सामने नहीं आया है। हालांकि नए केस अभी भी 15-20 हजार के बीच मिल रह हैं। भारत में लगातार तीसरे दिन कोरोना संक्रमण के 16000 नए मामले सामने आए हैं। इस बीच वैक्सीनेशन का आंकड़ा 207.47 करोड़ को पार कर गया है।
भारत ने कोरोना वैक्सीन के 200 करोड़ से अधिक डोज लगाकर कोरोना महामारी के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक मील का पत्थर रखा है। 18 महीनों के अंदर देश के लोगों को 200 करोड़ से अधिक डोज लगाए गए।
पहली और दूसरी डोज की तरह ही बूस्टर डोज भी सरकारी अस्पतालों में फ्री में लगाई जाएगी। वहीं इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से सारी तैयारियां भी लगभग पूरी कर ली गई हैं और शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की डोज भी भेजवा दी गई है।
15 जुलाई से 18-59 साल के सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज मुफ्त मिलेगा। लोग सरकारी टीकाकरण केंद्र पर जाकर बूस्टर डोज लगवा सकेंगे। यह अभियान 75 दिन चलेगा।
ड्रग कंट्राेलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारत में पहले बूस्टर डोज को मंजूरी दे दी है। कॉर्बेवैक्स नामक बायोलॉजिकल ई लिमिटेड की वैक्सीन को बूस्टर डोज में लेने की मंजूरी दी गई है। कोवैक्सीन या कोविशील्ड की दो डोज लेने वाले इस वैक्सीन को छह महीने के बाद बूस्टर के रूप में लगा सकते हैं।
कोरोना वायरस (corona virus) के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान ने एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। इस लेकर तमाम तरह की भ्रांतियां भी फैलाई जाती रही हैं। हाल में सोशल मीडिया और मीडिया में कुछ खबरें आईं कि कोविन में तकनीकी गड़बड़ियों की वजह से पुणे जिले में 2.5 लाख लाभार्थियों को कोविड के टीके की पहली खुराक लेने पर दो प्रमाण-पत्र जारी किए गए हैं। जानिए इस बात में कितनी सच्चाई है।
यूपी में वैक्सीन की बूस्टर डोज लग रही है जिसे लेकर निजी केंद्रों में जमकर अवैध वसूली हो रही है। इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभागीय अफसरों को कड़े निर्देश दिए है कि ऐसे केंद्रों में नजर रखी जाए ताकि नियत शुल्क से अधिक की वसूली न हो।
दुनिया के तमाम लोग कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लेने में डरते हैं। लेकिन जर्मनी के एक 61 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति ने 87 दफा वैक्सीन डोज लगवा लिया था। 88वीं बार जब वह एक स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीन लगवाने पहुंचे तो...