Shani Jayanti 2023: हर साल ज्येष्ठ मास की अमावस्या पर शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये तिथि 19 मई, शुक्रवार को है। शनि जयंती का पर्व क्यों मनाते हैं, इसे लेकर कई मान्यताएं प्रचलित है।
माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे की अग्रिम जमानत याचिका को जिला जज ने खारिज कर दिया। बता दें कि मामले की सुनवाई करते हुए जिला जज ने उमर अंसारी के अपराध को गंभीर बताया है। उमर ने जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी।
यूपी के कई जिलों में स्थिति शत्रु संपत्तियों पर कब्जा करने वालों के खिलाफ योगी सरकार कड़ा एक्शन लेने जा रही है। ऐसे में शत्रु संपत्तियों की स्थिति की एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी। वहीं इस अभियान को बढ़ावा देने के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए जाएंगे।
लखनऊ, बाराबंकी, कोलकाता औऱ नई दिल्ली में कई जगहों पर सीबीआई ने छापेमारी की। एक साथ तकरीबन 18 ठिकानों पर यह छापेमारी की जा रही है। शत्रु संपत्ति मामले में हो रहे इस एक्शन के बाद हड़कंप मचा हुआ है।
आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन में अच्छी और बुरी दोनों परिस्थितियों का सामना किया परंतु कभी भी अपना आत्मविश्वास कम नहीं होने दिया।
आचार्य चाणक्य ने अपने ग्रंथ यानी चाणक्य नीति में व्यक्ति के जीवन के कई पहलुओं का वर्णन किया है। चाणक्य की नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं और लोगों को सुखी और खुशहाल जीवन बिताने में मदद करती हैं। नीति शास्त्र में चाणक्य ने माता-पिता को लेकर भी कई बातें लिखी हैं।
आचार्य चाणक्य न सिर्फ कुशल कूटनीतिज्ञ थे बल्कि वे एक लाइफ मैनेजमेंट गुरु भी थे। उन्होंने चाणक्य नीति में कई ऐसे सूत्रों के बारे में बताया है, जिनसे हम परेशानियों से बच सकते हैं। ये नीतियां आज के समय में भी प्रासंगिक हैं।
12 फरवरी तक मकर राशि में सूर्य-शनि की युति रहेगी। ज्योतिषीय ग्रंथों और विद्वानों के मुताबिक ये दोनों ग्रह आपस में दुश्मन है। साथ ही मकर शनि की राशि है। इसमें सूर्य और शनि के साथ होने से देश में राजनैतिक और आर्थिक उतार-चढ़ाव तो आएंगे ही मौसम में भी बदलाव होंगे। इन दोनों ग्रहों का असर 12 राशियों पर भी पड़ेगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि और मंगल एक-दूसरे के शत्रु ग्रह हैं। जिस व्यक्ति की कुंडली में ये दोनों ग्रह एक ही भाव में होते हैं, उन्हें अपने जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
आचार्य चाणक्य की नीतियां आज के समय में भी प्रासंगिक हैं। आचार्य चाणक्य ने अपनी एक नीति में बताया है कि भ्रष्ट पत्नी, लालची व्यक्ति, मूर्ख और चोर का कौन सबसे बड़ा शत्रु होता है। जानिए इस नीति के बारे में…