Shani Rashifal 2024: शनि की ढय्या और साढ़ेसाती के बारे में लगभग सभी ने सुना होगा। जब भी किसी पर शनि की ढय्या या साढ़ेसाती का प्रभाव होता है तो समझ लीजिए उसके बुरे दिन शुरू हो चुके हैं।
Shani Rashifal 2024: तेल पर शनिदेव का प्रभाव माना गया है, इसलिए शनिदेव की पूजा में तेल विशेष रूप से चढ़ाया जाता है। मान्यता है कि शनिदेव को तेल चढ़ाने से वे प्रसन्न होते हैं और भक्तों की हर इच्छा पूरी करते हैं।
Shani Rashifal 2024: अनेक धर्म ग्रंथों में शनिदेव से जुड़ी कथाएं पढ़ने को मिलती हैं। इन कथाओं में शनिदेव के रंग-रूप के बारे में भी बताया गया है। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए विशेष मंत्रों का जाप एक आसान तरीका है।
Shani Rashifal 2024: धर्म ग्रंथों में शनिदेव को न्यायाधीश कहा गया है यानी वो देवता जो हर प्राणी के अच्छे-बुरे कर्मों का फल उसे प्रदान करते हैं। यही कारण है कि बुरे काम करने वाले लोग शनिदेव का नाम सुनते ही डरने लगते हैं।
शनि जयंती इस बार 19 मई, शुक्रवार को है। इस दिन शनिदेव के मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं। वैसे तो हमारे देश में शनिदेव के अनेक मंदिर हैं, लेकिन इन सभी में तमिलनाडु में स्थित अक्षयपुरीश्वर मंदिर बहुत खास है।
Shani Myth: इस बार शनि जयंती का पर्व 19 मई, शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन सभी प्रमुख शनि मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना आदि की जाती है। मान्यता है कि इस दिन किए गए उपायों से शनिदेव जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं।
Shani Jayanti 2023 Upay: इस बार शनि जयंती का पर्व 19 मई, शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन शनि मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है और विशेष पूजा आदि की जाती है। शनिदेव को ज्योतिष शास्त्र में न्यायाधीश कहा गया है।
Shani Jayanti 2023: हर साल ज्येष्ठ मास की अमावस्या पर शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये तिथि 19 मई, शुक्रवार को है। शनि जयंती का पर्व क्यों मनाते हैं, इसे लेकर कई मान्यताएं प्रचलित है।
Shani Jayanti 2023 Date: ज्येष्ठ मास में शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी महीने में शनिदेव का जन्म हुआ था। शनि जयंती पर शनिदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है, जिससे परेशानियां दूर होती हैं और मनोकामना पूरी होती है।
Shani Amavasya 2023: इस बार 21 जनवरी, शनिवार को साल 2023 की पहली शनिश्चरी अमावस्या है। ये दिन कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते इसका महत्व और भी बढ़ गया है। इस दिन शनिदेव की पूजा और आरती करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।