Aaj Ka Panchang: 20 अक्टूबर शुक्रवार को मूल नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे सुस्थिर नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन अतिगण्ड नाम का एक अशुभ योग भी रहेंगे। इस दिन राहुकाल सुबह 10:46 से 12:11 तक रहेगा।
15 अक्टूबर, रविवार से शारदीय नवरात्रि शुरू होगी। रविवार को पहले चित्रा नक्षत्र होने से पद्म और इसके बाद स्वाती नक्षत्र होने से लुंबक नाम के 2 योग इस दिन बने रहेंगे। इस दिन राहुकाल शाम 04:31 05:57 तक रहेगा।
Shardiya Navratri 2023: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से हो रही है और समापन 23 अक्टूबर को है। 24 अक्टूबर को दशहरा मनाया जायेगा। नवरात्रि में कलश स्थापना का विशेष महत्व है। जानें शारदीय नवरात्रि कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त, विधि समेत पूरी डिटेल।
Kab Se Shuru Hogi Navratri: आश्विन मास में शारदीय नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस उत्सव के दौरान 9 दिनों तक रोज देवी के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। ये हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस बार ये पर्व अक्टूबर 2023 में मनाया जाएगा।
Shardiya Navratri 2022 Importance: ग्रंथों के अनुसार, शारदीय नवरात्रि का पर्व आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 26 सितंबर, सोमवार से 4 अक्टूबर, मंगलवार तक मनाया जाएगा।
Navratri 2022: आश्विन मास में शारदीय नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 26 सितंबर से 4 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। नवरात्रि का पहले दिन घट स्थापना की जाती है। साथ ही अन्य कई परंपराओं का पालन भी किया जाता है।
Navratri Recipe: नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान उनके हर रूप को किस तरह का भोग लगाना चाहिए आइए हम आपको बताते हैं।
इस बार शक्ति उपासना का महापर्व शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2021) 7 अक्टूबर, गुरुवार को शुरू होगा। आश्विन महीने के शुक्लपक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक देवी के नौ रूपों की उपासना की जाएगी, लेकिन इस बार षष्ठी तिथि का क्षय होने से नवरात्रि 8 दिन की ही रहेगी।
Sharadiya Navratri 2022: शारदीय नवरात्रि के नौवें और अंतिम दिन देवी सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। ये देवी सभी सिद्धियां प्रदान करने वाली हैं। इसलिए इनका नाम सिद्धिदात्री है। इस बार इनकी पूजा 4 अक्टूबर, मंगलवार को की जाएगी।
Aaj Ka Panchang: 26 सितंबर 2022, सोमवार को हस्त नक्षत्र होने से वज्र नाम का अशुभ योग इस दिन बनेगा। इसके अलावा इस दिन शुक्ल, ब्रह्म, गजकेसरी, केदार, भद्र, हंस, शंख, पर्वत, बुधादित्य और लक्ष्मीनारायण नाम के शुभ योग भी रहेंगे।