धर्म ग्रंथों के अनुसार, सावन मास शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गोस्वामी तुलसीदास की जयंती (Tulsidas Jayanti 2022) मनाई जाती है। इस बार ये तिथि 4 अगस्त, गुरुवार को है। शायद ही कोई ऐसा हिंदू होगा जिसने गोस्वामी तुलसीदास का नाम नहीं सुना होगा।
आज (8 दिसंबर, बुधवार) मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। इस दिन विवाह पंचमी का पर्व मनाया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी तिथि पर भगवान श्रीराम और देवी सीता का विवाह हुआ था।इस दिन ये पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है।
गोस्वामी तुलसीदास (Goswami Tulsidas) ने अनेक ग्रंथों की रचना की है। इनमें से रामचरित मानस (Shri Ramcharitmanas) प्रमुख है। ये ग्रंथ अवधी भाषा में लिखा गया है, जो उस समय की सबसे प्रचलित भाषा थी।
रामायण में कई ऐसी नीतियां बताई गई हैं, जिन्हें जीवन में उतार लेने से हमारी कई समस्याएं खत्म हो सकती हैं। श्रीरामचरित मानस के अरण्य कांड में शूर्पणखा और रावण का एक प्रसंग है। इस प्रसंग में शूर्पणखा ने रावण को बताया था किन बुराइयों की वजह से हमारे गुण खत्म हो सकते हैं ।
हर इंसान की कुछ इच्छाएं होती हैं और उन्हें पूरा करने के लिए वे प्रयास भी करते हैं। कुछ इच्छाएं तो पूरी हो जाती हैं, लेकिन कुछ अधूरी ही रह जाती हैं। इन असंभव इच्छाओं के विषय में लक्ष्मण ने शूर्पणखा को बताया था।
श्रीरामचरित मानस के अरण्य कांड में मारीज और रावण का प्रसंग है। इस प्रसंग में नौ लोग ऐसे बताए गए हैं, जिनकी बात तुरंत मान लेनी चाहिए, वरना हम परेशानियों में फंस सकते हैं।
हमारे आसपास कई लोग हैं और सभी का स्वभाव, आदतें अलग-अलग होती हैं। इस कारण किस स्त्री या पुरुष के साथ हमें कैसी बात नहीं करनी चाहिए, इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए।
8 अप्रैल, बुधवार को श्रीराम के परम भक्त हनुमानजी की जयंती है। इस दिन हनुमानजी की विशेष पूजा करनी चाहिए। इस पूजा में हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए।
गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्रीरामचरित मानस में लाइफ मैनेजमेंट के अनेक सूत्र बताए गए हैं।
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को श्रीरामचरित मानस ग्रंथ की जयंती मनाई जाती है। इसी तिथि पर भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव भी मनाया जाता है। इस बार ये तिथि 2 अप्रैल, गुरुवार को है।