बहुत से सपनों को हम भूल जाते हैं तो बहुत से सपने हमें याद रहते हैं। कई बार हम इन सपनों पर ध्यान नहीं देते हैं परंतु कई सपने ऐसे भी होते हैं हमें जिनका अर्थ जानने की हमारे भीतर जिज्ञासा उत्पन्न हो जाती है।