Ram Mandir Ayodhya Surya Tilak: राम मंदिर में राम जन्मोत्सव के लेकर खास तैयारियां की गई है। यहां सबसे बड़ा आकर्षण है राम लला का सूर्य तिलक, जिसमें दोपहर सूर्य की किरणों से राम लला का मस्तक जगमगाएगा।
16 फरवरी, शुक्रवार को गुप्त नवरात्रि का सातवां दिन रहेगा। इस दिन देवी कालरात्रि की पूजा की जाएगी। इस दिन रथ सप्तमी का पर्व भी मनाया जाएगा। इसे अचला सप्तमी भी कहते हैं। राहुकाल सुबह 11:16 से 12:40 तक रहेगा।
Khar Maas Ki Katha: धर्म ग्रंथों के अनुसार सूर्य का रथ 7 घोड़ों द्वारा खींचा जाता है। लेकिन एक बार ऐसा कुछ हुआ कि सूर्यदेव को अपने रथ में गधों को जोतना पड़ा। इसी से जुड़ी है खर मास की कथा, जो बहुत रोचक है।
25 जून, रविवार को पहले पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से छत्र और इसके बाद उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से मित्र नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। साथ ही इस दिन व्यातीपात, सर्वार्थसिद्धि और त्रिपुष्कर नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे।
Aaj Ka Panchang: 26 फरवरी, रविवार को कृत्तिका नक्षत्र होने से धूम्र नाम का अशुभ योग दिन रहेगा। इसके अलावा इंद्र, वैधृति और त्रिपुष्कर नाम के 3 अन्य योग भी दिन भर रहेंगे। राहुकाल शाम 4:58 से 6:24 तक रहेगा।
interesting things of hindu scriptures: धर्म ग्रंथों के अनुसार, हर देवता के पास अपना एक खास वाहन है। जैसे महादेव का वाहन नंदी है, माता का वाहन शेर है और श्रीगणेश का वाहन मूषक यानी चूहा है। उसी तरह सूर्यदेव का वाहन सात घोड़ों वाला रथ है।
Moryayi Chhath 2022: धर्म ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मोरयाई छठ का पर्व मनाया जाता है। इसे मोर छठ या कुछ स्थानों पर सूर्य षष्ठी व्रत भी कहते हैं। इस बार यह व्रत 2 सितंबर, शुक्रवार को है।
चैत्र नवरात्रि की छठे दिन यमुना छठ (Yamuna Chhath 2022) का पर्व मनाया जाता है और यमुना नदी की पूजा की जाती है। इसे यमुना जयंती (Yamuna Jayanti 2022) भी कहते हैं। इस बार ये तिथि 7 अप्रैल, गुरुवार को है।
धर्म ग्रंथों में ऐसी अनेक तिथियां बताई गई हैं जिन पर सूर्यदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। ऐसी ही एक तिथि है माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी। इसे रथ सप्तमी (Rath Saptami 2022), आरोग्या सप्तमी (Arogya Saptami 2022) और अचला सप्तमी (Achala Saptami 2022) के नाम से जाना जाता है।
इस बार 13 जनवरी, गुरुवार को पौष महीने के शुक्लपक्ष की एकादशी है। इसे पवित्रा और पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi 2022) कहा जाता है। इस तिथि पर भगवान विष्णु की विशेष पूजा की परंपरा है।