ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में कुंडली का दसवां भाव कर्मक्षेत्र को दर्शाता है। वहीं शनि देव कर्मफलदाता हैं। जबकि सूर्य ग्रह का संबंध सरकारी सेवा, नौकरी, उच्च पद आदि से है। ऐसे में आपको कुंडली में दसवां भाव, सूर्य देव और शनि महाराज को मजबूत करना चाहिए।