Chhath Arghya Timing 2023 Bihar: वैसे तो छठ पूजा का पर्व पूरे देश में बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है, लेकिन बिहार में इसकी रौनक देखते ही बनती है। बिहार के लगभग हर घर में छठी मैया और सूर्यदेव की पूजा इस समय की जाती है
हिंदू धर्म में हर काम के लिए समय नियत किया गया है जैसे भोजन के लिए, पढ़ाई के लिए, स्नान आदि करने के लिए। उसी तरह सूर्यास्त के समय कुछ काम करने की मनाही है। मान्यता है कि सूर्यास्त के समय ये काम करने से देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती है।
पीएनजी के पीएम आमतौर पर किसी विदेशी मेहमान का सूर्यास्त के बाद स्वागत नहीं करते हैं। यह उनकी परंपरा है।
हिंदू धर्म में दान करना एक अनिवार्य परंपरा है। हर व्यक्ति अपनी शक्ति के अनुसार, दान करता है। दान से जुड़े कुछ नियम भी हैं। कभी-कभी जानकारी के अभाव में हम दान देकर मुसीबत में फंस सकते हैं, इसलिए दान देने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरुरी है।
Astro Tips: हिंदू धर्म में शकुन-अपशकुन की मान्यता सदियों से चली आ रही है। उसके अनुसार, यदि कुछ काम सूर्यास्त के बाद किए जाएं तो इन्हें अपशकुन माना जाता है और कहते हैं, इससे बुरे परिणाम हमें भुगतने पड़ते हैं।
ट्रेंडिंग डेस्क. आज राष्ट्रीय पर्यटन दिवस (National Toursim Day 2023) है, देश में एक ओर जहां ऐसे-ऐसे खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं जो पूरी दुनिया में मशहूर हैं, तो वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसी जगहें भी हैं, जिन्हें लोग भूतिया कहते हैं या वहां जाने से डरते हैं।
रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा, जबकि 31 अक्टूबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।
Chhath Arghya Timing 2022: छठ पूजा का महापर्व 4 दिनों तक मनाया जाता है। इस पर्व के तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है। इस दिन शाम को बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के प्रमुख नदियों के किनारे लाखों लोग सूर्य को अर्घ्य देते हैं।
Chhath Puja 2022 Sandhya Arghya Shubh Muhurat: छठ पूजा के तीसरे दिन डुबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर उसकी की जती है। ये छठ व्रत का सबसे खास दिन होता है। इस दिन छठ पर्व की रौनक देखते ही बनती है।
हिंदू धर्म में हर काम के लिए दिन का एक विशेष समय तय किया गया है, जैसे रात को सोना चाहिए, सुबह जल्दी उठना चाहिए, इस समय भोजन करना चाहिए आदि।