Halharini Amavasya 2023: आषाढ़ मास की अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या कहते हैं। इसका विशेष महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस दिन पितरों की शांति के लिए पूजा-पाठ, श्राद्ध आदि कर्म किए जाते हैं। इस दिन हल की पूजा का महत्व है।
आज (9 जुलाई, शुक्रवार) हलहारिणी अमावस्या है। इस अमावस्या पर स्नान, दान, श्राद्ध व व्रत का विशेष महत्व हमारे धर्म ग्रंथों में लिखा है।
इस बार 2 दिन (9 और 10 जुलाई) आषाढ़ अमावस्या का योग बन रहा है। ग्रंथों के मुताबिक इस तिथि का खास महत्व है। आषाढ़ अमावस्या पर गंगा स्नान, दान और पितरों की तृप्ति के लिए श्राद्ध का विशेष महत्व होता है।
मंगलवार को आषाढ़ मास की अमावस्या है। इसे हलहारिणी अमावस्या कहते हैं। मंगलवार को पहले मृगशिरा नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग और उसके बाद आर्द्रा नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है।