कोविड-19 (covid-19) का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) दुनिया में तबाही मचा रहा है। भारत में इसके मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। एक रिसर्च के मुताबिक कोरोना (corona) का ये वैरिएंट बहुत तेजी से फैल रहा है और श्वसन तंत्र के साथ-साथ फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचा रहा है।
हिंदू धर्म शास्त्रों में कुछ काम हर व्यक्ति के लिए अनिवार्य बताए गए हैं। उनमें से अपने सामर्थ्य के अनुसार दान करना भी एक महत्वपूर्ण कार्य है।
हिंदू धर्म में ध्वज यानी झंडे का विशेष महत्व है। प्राचीन काल में प्रत्येक घर के ऊपर ध्वज लगाने की परंपरा रही है, लेकिन अब यह परंपरा केवल मंदिरों तक सिमटकर रह गई है।
हिंदू धर्म में अनेक परंपराएं हैं। ये परंपराएं हमारे दैनिक जीवन से भी जुड़ी हैं। हिंदू धर्म में एक परंपरा जमीन पर बैठकर भोजन करने की भी है। इस परंपरा से जुड़े कई फायदे भी आयुर्वेद में बताए गए हैं।
हिंदू धर्म शास्त्रों में बिना स्नान किए भोजन करना वर्जित बताया गया है। शास्त्रों में लिखा है- अस्नायी समलं भुक्ते। अर्थात स्नान किए बिना भोजन करना मल खाने के समान है।
हिंदू धर्म में किए जाने वाले धार्मिक कार्यों में अनेक परंपराओं का निर्वहन किया जाता है। ऐसी ही एक परंपरा है कलश स्थापना की।
दुनिया भले ही नया साल जनवरी से मनाती है लेकिन सनातन कालगणना में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा (इस बार 25 मार्च, बुधवार) से ही नववर्ष की शुरुआत मानी गई है।
हिंदू धर्म शास्त्रों में कुछ काम हर व्यक्ति के लिए अनिवार्य बताए गए हैं। उनमें से अपने सामर्थ्य के अनुसार दान करना भी एक महत्वपूर्ण काम है।
हिंदू धर्म में विवाह के समय अनेक परंपराएं निभाई जाती हैं जैसे- हल्दी लगाना, 7 वचन आदि। इसके साथ ही वर-वधू अग्नि के 7 फेरे लेते हैं।