Farmers Protest:कृषि बिलों के खिलाफ आंदोलन का 33वां दिन, अब किसानों ने रखी 4 शर्तें

वीडियो डेस्क। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर पिछले 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की कई सीमाओं पर विरोध कर रहे हैं। सिंघु बॉर्डर पर चल रहा किसानों का विरोध-प्रदर्शन का आज 33वां दिन है। सिंघु के साथ टीकरी, नोएडा और गाजीपुर बॉर्डर पर भी बड़ी संख्या में किसान जमा हैं और कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में तीन तरफ से घिरी दिल्ली में यूपी और हरियाणा से आने वालों को काफी दिक्कत पेश आ रही है।  उधर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन व्यापक होता जा रहा है। कुंडली बॉर्डर पर जीटी रोड को जाम कर आंदोलन कर रहे किसानों ने अब अनिश्चितकाल के लिए सभी टोल को फ्री करने का एलान कर दिया है। किसानों ने मंगलवार 11 बजे मीटिंग करने का वक्त दिया था। उन्होंने 4 शर्तें भी रखीं। किसानों की चिट्ठी पर सरकार आज जवाब दे सकती है।

/ Updated: Dec 28 2020, 03:41 PM IST

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वीडियो डेस्क। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर पिछले 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की कई सीमाओं पर विरोध कर रहे हैं। सिंघु बॉर्डर पर चल रहा किसानों का विरोध-प्रदर्शन का आज 33वां दिन है। सिंघु के साथ टीकरी, नोएडा और गाजीपुर बॉर्डर पर भी बड़ी संख्या में किसान जमा हैं और कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में तीन तरफ से घिरी दिल्ली में यूपी और हरियाणा से आने वालों को काफी दिक्कत पेश आ रही है।  उधर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन व्यापक होता जा रहा है। कुंडली बॉर्डर पर जीटी रोड को जाम कर आंदोलन कर रहे किसानों ने अब अनिश्चितकाल के लिए सभी टोल को फ्री करने का एलान कर दिया है। किसानों ने मंगलवार 11 बजे मीटिंग करने का वक्त दिया था। उन्होंने 4 शर्तें भी रखीं। किसानों की चिट्ठी पर सरकार आज जवाब दे सकती है।

किसानों की 4 शर्तें
1. तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की संभावनाओं पर बातचीत हो।
2. मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) की कानूनी गारंटी बातचीत के एजेंडे में रहे।
3. कमीशन फॉर द एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ऑर्डिनेंस के तहत सजा के प्रोविजन किसानों पर लागू नहीं हों। ऑर्डिनेंस में संशोधन कर नोटिफाई किया जाए।
4. इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल में बदलाव का मुद्दा भी बातचीत के एजेंडे में शामिल होना चाहिए।