...जब बच्ची ने पूछा कि आप इतने महान कैसे बने, तब अब्दुल कलाम ने मुस्कुराकर दिया ये जवाब
वीडियो डेस्क। देश की शान भारत रत्न एपीजे अब्दुल कलाम को आज पूरा देश नमन कर रहा है। 27 जुलाई 2015 को उनका निधन हो गया था। हर किसी के लिए प्रेरणा स्त्रोत एपीजी अब्दुल कलाम के शब्द हर किसी के जीवन के लिए संजीवनी बूटी का काम करते हैं।
वीडियो डेस्क। देश की शान भारत रत्न एपीजे अब्दुल कलाम को आज पूरा देश नमन कर रहा है। 27 जुलाई 2015 को उनका निधन हो गया था। हर किसी के लिए प्रेरणा स्त्रोत एपीजी अब्दुल कलाम के शब्द हर किसी के जीवन के लिए संजीवनी बूटी का काम करते हैं। वे बेहद साधारण पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखते थे और जमीन और जड़ों से जुड़े रहकर उन्होंने 'जनता के राष्ट्रपति' के रूप में लोगों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई थ। बच्चों से लाड प्यार करने वाले कलाम बच्चों को लेक्चर देते हुए ही दुनिया को अलविदा कह गए।