कहीं किसानों ने किया बवाल तो कहीं बनीं शांति, आंदोलन में बदला दिखाई दिया जम्मू कश्मीर का मिजाज

वीडियो डेस्क। कृषि कानूनों के खिलाफ 85 दिनों से चले आ रहे किसान आंदोलन के दौरान गुरुवार को देशव्यापी रेल रोको आंदोलन का आव्हान किया है। सरकार पर दवाब बनाने और आंदोलन को 'धार' देने की स्ट्रैटजी के तहत 40 किसान संगठनों के शीर्ष नेतृत्व ने दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक देशभर  ट्रेन रोकने का ऐलान किया था। इस आंदोलन का सबसे अधिक असर दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-जम्मू, दिल्ली-भोपाल और दिल्ली-हावड़ा रूट पर नजर आ रहा है। सरकार की ओर से बातचीत के प्रस्ताव के बावजूद किसान संगठन कानून रद्द करने की मांग पर अड़े हैं। किसानों ने हाईवे जाम कर रखे हैं। अब रेल रोको से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। हालांकि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने स्पष्ट किया कि रेल रोको अभियान शांतिपूर्ण होगा। आंदोलन में महिलाएं भी रेलवे ट्रैक पर नजर आईं। 

/ Updated: Feb 18 2021, 04:14 PM IST

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वीडियो डेस्क। कृषि कानूनों के खिलाफ 85 दिनों से चले आ रहे किसान आंदोलन के दौरान गुरुवार को देशव्यापी रेल रोको आंदोलन का आव्हान किया है। सरकार पर दवाब बनाने और आंदोलन को 'धार' देने की स्ट्रैटजी के तहत 40 किसान संगठनों के शीर्ष नेतृत्व ने दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक देशभर  ट्रेन रोकने का ऐलान किया था। इस आंदोलन का सबसे अधिक असर दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-जम्मू, दिल्ली-भोपाल और दिल्ली-हावड़ा रूट पर नजर आ रहा है। सरकार की ओर से बातचीत के प्रस्ताव के बावजूद किसान संगठन कानून रद्द करने की मांग पर अड़े हैं। किसानों ने हाईवे जाम कर रखे हैं। अब रेल रोको से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। हालांकि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने स्पष्ट किया कि रेल रोको अभियान शांतिपूर्ण होगा। आंदोलन में महिलाएं भी रेलवे ट्रैक पर नजर आईं।