गर्भवती के लिए फरिश्ता बने सैनिक, घुटने तक बर्फबारी में कंधों पर रख 6 किमी पैदल चल पहुंचाया घर
वीडियो डेस्क। जम्मू कश्मीर (Jammu & Kashmir) में भारतीय सेना (Indian Army ) के जवानों ने शनिवार को कुपवाड़ा जिले के लोलाब में एक महिला और उसके नवजात बच्चे को कंधों पर उठाकर 6 किलोमीटर का पैदल सफर तय किया. इतना लंबा सफर पैदल तय करने के बाद सेना के जवानों ने महिला और उसके बच्चे को घर पहुंचाया। बताया जा रहा है कि सेना की 28 आरआर से फोन पर एक मदद मांगी गई. फारूक़ कसाना निवासी दर्दपोरा लोलाब की तरफ से सेना के अफसर को फोन किया गया था. उन्होंने फोन पर बताया था कि उनकी पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दिया है. बच्चे को जन्म देने के बाद महिला घर नहीं पहुंच पा रही है, क्योंकि बर्फबारी के कारण रास्ते बंद हैं. शख्स की यह बात सुनने के बाद 28 आरआर के अफसरों ने तुंरत एक टीम को मदद के लिए भेजा. जिसके बाद सेना के जवानों ने अपने कंधों पर महिला और नवजात बच्चे को घर पहुंचाया।
वीडियो डेस्क। जम्मू कश्मीर (Jammu & Kashmir) में भारतीय सेना (Indian Army ) के जवानों ने शनिवार को कुपवाड़ा जिले के लोलाब में एक महिला और उसके नवजात बच्चे को कंधों पर उठाकर 6 किलोमीटर का पैदल सफर तय किया. इतना लंबा सफर पैदल तय करने के बाद सेना के जवानों ने महिला और उसके बच्चे को घर पहुंचाया। बताया जा रहा है कि सेना की 28 आरआर से फोन पर एक मदद मांगी गई. फारूक़ कसाना निवासी दर्दपोरा लोलाब की तरफ से सेना के अफसर को फोन किया गया था. उन्होंने फोन पर बताया था कि उनकी पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दिया है. बच्चे को जन्म देने के बाद महिला घर नहीं पहुंच पा रही है, क्योंकि बर्फबारी के कारण रास्ते बंद हैं. शख्स की यह बात सुनने के बाद 28 आरआर के अफसरों ने तुंरत एक टीम को मदद के लिए भेजा. जिसके बाद सेना के जवानों ने अपने कंधों पर महिला और नवजात बच्चे को घर पहुंचाया।