लद्दाख पहुंचे पीएम मोदी ने जवानों का ऐसे बढ़ाया उत्साह, मास्क लगाकर दो गज दूरी का भी दिया संदेश

वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ सीमा विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक लेह के दौरे पर पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने भी मौजूद हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान सैनिकों से मुलाकात की और सेना की तैयारियों का जायजा भी लिया। सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी गलवन घाटी में चीनी सैनिकों को खदेड़ने वाले बहादुर सैनिकों से भी मुलाकात करेंगे। वहीं, पीएम मोदी के लद्दाख दौर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, 'भारतीय सेना के रहते देश की सीमाएं हमेशा सुरक्षित रही हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आज लद्दाख जाकर सेना के जवानों से भेंट करके उनका उत्साहवर्धन करने से सेना का मनोबल और ऊंचा हुआ है। मैं प्रधानमंत्री जी के इस कदम की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद देता हूं। 

/ Updated: Jul 03 2020, 01:48 PM IST

Share this Video
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Email

वीडियो डेस्क। वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ सीमा विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक लेह के दौरे पर पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने भी मौजूद हैं। पीएम मोदी ने इस दौरान सैनिकों से मुलाकात की और सेना की तैयारियों का जायजा भी लिया। सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी गलवन घाटी में चीनी सैनिकों को खदेड़ने वाले बहादुर सैनिकों से भी मुलाकात करेंगे। वहीं, पीएम मोदी के लद्दाख दौर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, 'भारतीय सेना के रहते देश की सीमाएं हमेशा सुरक्षित रही हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आज लद्दाख जाकर सेना के जवानों से भेंट करके उनका उत्साहवर्धन करने से सेना का मनोबल और ऊंचा हुआ है। मैं प्रधानमंत्री जी के इस कदम की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद देता हूं। 

भारत का चीन को संदेश
15 जून को दोनों सेनाओं के बीच हुए हिंसक झड़प के बाद भी वार्ता का दौरा जारी है। भारत- चीन के बीच जारी सैन्य तनाव को खत्म करने के लिए अभी तक तीन बार सैन्य स्तर पर और तीन बार कूटनीतिक स्तर की बातचीत हो चुकी है। हालांकि इसका कोई नतीजा नहीं निकल सका, लेकिन भारत ने साफ संदेश दे दिया है कि गतिरोध कम करने के लिए चीन को एलएसी से अपने सैनिक पीछे हटाना ही पड़ेगा।।