Interview :बीजेपी में आए TMC नेता सब्यसाची दत्त ने ममता के राज की खोली पोल, बताया- क्या होता है ‘सिंडिकेट राज’

वीडियो डेस्क। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव का पहला चरण में मतदान 27 मार्च को है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की चर्चित सीटों में शामिल है विधाननगर विधानसभा क्षेत्र. इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस से दो बार निर्वाचित दमकल मंत्री सुजीत बोस का सामना सत्ताधारी पार्टी से पाला बदल कर भाजपा में गये पूर्व मेयर सब्यसाची​ दत्त से हो रहा है. तृणमूल में रहते हुए सब्यसाची दत्त का सुजीत बोस के साथ शीतयुद्ध रहा है. विधाननगर में एक ही पार्टी के इन दोनों नेताओं के गुटों में कई बार विवाद हुए. कभी दोनों खुल कर आमने-सामने नहीं हुए थे. इस बार विधानसभा चुनाव में दोनों के बीच कांटें की टक्कर की बात कही जा रही है। ऐसे में एशियानेट हिन्दी के संवाददाता श्रीकांत सोनी ने पश्चिम बंगाल में बीजेपी के प्रदेश  इकाई के सचिव ब्यसाची दत्त से खास बातचीत की। 

भाजपा में हुए शामिल
TMC से विवादों के कारण पिछले आम चुनाव के बाद से तृणमूल कांग्रेस से सब्यसाची दत्त की दूरियां बढ़ने लगी थीं। उनका भाजपा नेता मुकुल राय से उनका संपर्क भी बढ़ गया था। इसकी भनक लगते ही तृणमूल ने सब्यसाची को मेयर पद से हटाने में जुट गयी फिर मेयर पद छोड़ कर सब्यसाची दत्त एक अक्टूबर 2019 को अमित शाह के हाथों भगवा ध्वज थाम कर भाजपा में शामिल हो गए।

/ Updated: Mar 26 2021, 01:33 PM IST

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वीडियो डेस्क। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव का पहला चरण में मतदान 27 मार्च को है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की चर्चित सीटों में शामिल है विधाननगर विधानसभा क्षेत्र. इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस से दो बार निर्वाचित दमकल मंत्री सुजीत बोस का सामना सत्ताधारी पार्टी से पाला बदल कर भाजपा में गये पूर्व मेयर सब्यसाची​ दत्त से हो रहा है. तृणमूल में रहते हुए सब्यसाची दत्त का सुजीत बोस के साथ शीतयुद्ध रहा है. विधाननगर में एक ही पार्टी के इन दोनों नेताओं के गुटों में कई बार विवाद हुए. कभी दोनों खुल कर आमने-सामने नहीं हुए थे. इस बार विधानसभा चुनाव में दोनों के बीच कांटें की टक्कर की बात कही जा रही है। ऐसे में एशियानेट हिन्दी के संवाददाता श्रीकांत सोनी ने पश्चिम बंगाल में बीजेपी के प्रदेश  इकाई के सचिव ब्यसाची दत्त से खास बातचीत की। 

भाजपा में हुए शामिल
TMC से विवादों के कारण पिछले आम चुनाव के बाद से तृणमूल कांग्रेस से सब्यसाची दत्त की दूरियां बढ़ने लगी थीं। उनका भाजपा नेता मुकुल राय से उनका संपर्क भी बढ़ गया था। इसकी भनक लगते ही तृणमूल ने सब्यसाची को मेयर पद से हटाने में जुट गयी फिर मेयर पद छोड़ कर सब्यसाची दत्त एक अक्टूबर 2019 को अमित शाह के हाथों भगवा ध्वज थाम कर भाजपा में शामिल हो गए।