लखीमपुर खीरी पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत, मंत्री अजय मिश्र टेनी की गिरफ्तारी को लेकर अफसरों से की मुलाकात

किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया, अगले दो दिन तक हम लखीमपुर खीरी रहेंगे और हिंसा पीड़ितों से मुलाकात करेंगे, वहीं अधिकारियों से भी इस घटना पर जानकारी लेंगे की आखिर अभी तक क्या कार्यवाही की जा रही हैं। ये मामला सुप्रीम कोर्ट के अधीन भी है इसलिए उसी स्थर पर हम बातचीत करेंगे और जेल में मौजूद किसानों से भी हम मुलाकात करेंगे।

/ Updated: Jan 21 2022, 08:30 PM IST

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लखीमपुर: कृषि कानून के खिलाफ कानून को स्थगित हुए महीने भर से ज्यादा हो गया है, लेकिन अभी भी किसान सरकार के खिलाफ आवाज उठाने की तैयारी में जुटे हुए हैं। लखीमपुर खीरी मामले पर किसान नेता आज लखीमपुर खीरी हिंसा से पीड़ित लोगों से मुलाकात करने पहुंच रहे हैं। दरअसल इससे पहले सरकार और किसानों के बीच कृषि कानून के अलावा अन्य मांगों पर समझौता हुआ था। हालांकि बीते 15 जनवरी को हुई किसानों की समीक्षा बैठक में किसानों ने यह ऐलान किया कि किसान पीड़ितों और अधिकारियों से इस घटना पर मुलाकात करेंगे।

किसान एमएसपी और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के मुद्दे पर सरकार से खफा चल रहे हैं। यही वजह है कि किसान नेता राकेश टिकैत और अन्य किसान आज लखीमपुर खीरी पहुंच रहे हैं।

किसान नेता राकेश टिकैत ने बताया, अगले दो दिन तक हम लखीमपुर खीरी रहेंगे और हिंसा पीड़ितों से मुलाकात करेंगे, वहीं अधिकारियों से भी इस घटना पर जानकारी लेंगे की आखिर अभी तक क्या कार्यवाही की जा रही हैं। ये मामला सुप्रीम कोर्ट के अधीन भी है इसलिए उसी स्थर पर हम बातचीत करेंगे और जेल में मौजूद किसानों से भी हम मुलाकात करेंगे।

संयुक्त किसान मोर्चा यह साफ कर चुके हैं कि, केंद्र सरकार के खिलाफ किसानो का आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक कि कृषि उपज पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का वादा पूरा नहीं हो जाता है।

हालांकि किसान इस बात को भी दोहरा चुके हैं कि, यदि किसान हमारी मांगो को पूरा नहीं करती है तो 1 फरवरी से मिशन यूपी और उत्तराखंड शुरू किया जाएगा और लखीमपुर खीरी से अगला मोर्चा शुरू किया जाएगा।