राजनीतिक गुरु की सीट पर चुनाव लडे़गा शिष्य, सुनिए BJP प्रत्याशी कमलदत्त शर्मा ने क्या कहा
लक्ष्मीकांत वाजपेयी को अपना राजनीतिक गुरु मानते हुए मेरठ शहर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी कहते हैं कि उनकी ही कृपा से आज मैं यहां पर खड़ा हूं. वो कहते हैं कि वो पहले भी वाजपेयी वाजपेयी के नारे लगाया करते थे और अगर आज भी लक्ष्मीकांत जी उनके प्रचार में आएंगे तो नारा यही लगेगा वाजपेयी ज़िन्दाबाद।
मेरठ: राजनीति के रंग निराले हैं मेरठ शहर विधानसभा सीट (Meruth Vidhansabha seat) पर चुनाव लड़ते आ रहे लक्ष्मीकांत वाजपेयी ( laxmi kant vajpayee) इस बार मैदान में नहीं है। उनकी जगह उनके ही राजनीति के शिष्य कमलदत्त शर्मा (Kamaldatt sharma) मुकाबले में उतरे हैं। आज जब अपने राजीतिक गुरु की सीट पर कमलदत्त शर्मा नामांकन दाखिल करने पहुंचे तो वो खुश नजर आए। कमलदत्त शर्मा लक्ष्मीकांत वाजपेयी के साथ उन प्रचार के दिनों को याद करने लगे जब वो उनकी स्कूटर की पिछली सीट पर बैठकर चुनाव प्रचार किया करते थे।
'मेरठ में ही नहीं पूरे यूपी और भारत में खिलेगा'
लक्ष्मीकांत वाजपेयी को अपना राजनीतिक गुरु मानते हुए मेरठ शहर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी कहते हैं कि उनकी ही कृपा से आज मैं यहां पर खड़ा हूं. वो कहते हैं कि वो पहले भी वाजपेयी वाजपेयी के नारे लगाया करते थे और अगर आज भी लक्ष्मीकांत जी उनके प्रचार में आएंगे तो नारा यही लगेगा वाजपेयी ज़िन्दाबाद। कमलदत्त शर्मा का कहना है कि उनके गुरु स्कूटर से चुनाव प्रचार करते थे और वो पैदल घूम घूमकर अपना प्रचार कर रहे हैं। कमलदत्त का कहना है कमल मेरठ में ही नहीं पूरे यूपी और भारत में खिलेगा।