साढ़े 4 सालों से दुबई में फंसे उन्नाव के महेंद्र कुमार, पति की वतन वापसी के लिए दर-दर गुहार लगा रही पत्नी
जानकी देवी ने बताया कि पति द्वारा विदेश से लंबे अरसे से पैसे भी नहीं भेजे जा रहा है। जिससे जीविकोपार्जन में कठिनाई हो रही है। मजबूर होकर वह अपने भाई के पास लाल कुआं में रहने को मजबूर है। उन्होंने बताया कि उनके ससुर रामप्रसाद का 3 मई 2020 को देहांत हो गया। साथ ही जानकी की दो पुत्रियां मानवी चौधरी 17, वैष्णवी चौधरी 15 व 6 वर्षीय पुत्र मेहर चौधरी की धनाभाव के चलते पढ़ाई भी रुक गई है।
उन्नाव: एक छोटे से गाँव बीघापुर निबई चौकी के गांव महरामऊ में रहने वाला महेंद्र कुमार जब अपने और परिवार के सपनो को पुरा करने के लिए अपने देश छोड़ कर विदेश दुबई में कमाने गया था। जहां पिछले पांच साल से बंधुआ मजदूरी के जाल में इस तरह फंस गया कि अपने परिवार का मुंह तक नहीं देख पाया। अबउसकी पत्नी उन्नाव में अफसरों के दफ्तर के चक्कर लगा रही है।
एक बेबस पत्नी जिसका पति दुबई के राशल खेमा एरिया में कमाने गया और फस गया। पत्नी ने बताया कि बीघापुर थाना क्षेत्र की निबई चौकी के गांव महरामऊ निवासी जानकी देवी ने थाने ओर एसडीएम बीघापुर के यहां प्रार्थना पत्र देकर विदेश में फंसे अपने पति को भारत वापस बुलाने की मांग की। थाने में दिए गए प्रार्थना पत्र में जानकी देवी ने बताया कि उसके पति 20 अगस्त 2017 में रासल खेमा एरिया दुबई जीविकोपार्जन के लिए गए थे। वापसी के समय दुकान मालिक द्वारा कागज न देने के चलते मेरे पति वापस नहीं आ पा रहे है। मालिक से कई बार फोन पर पति को वापस भेजने की मिन्नत की लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
जानकी देवी ने बताया कि पति द्वारा विदेश से लंबे अरसे से पैसे भी नहीं भेजे जा रहा है। जिससे जीविकोपार्जन में कठिनाई हो रही है। मजबूर होकर वह अपने भाई के पास लाल कुआं में रहने को मजबूर है। उन्होंने बताया कि उनके ससुर रामप्रसाद का 3 मई 2020 को देहांत हो गया। साथ ही जानकी की दो पुत्रियां मानवी चौधरी 17, वैष्णवी चौधरी 15 व 6 वर्षीय पुत्र मेहर चौधरी की धनाभाव के चलते पढ़ाई भी रुक गई है। आपको बता दें कि दुबई में फंसे महेंद्र का परिवार सरकारी दफ्तरों में मदद की गुहार लगा रहा। प्रभारी निरीक्षक बीघापुर विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि पत्नी ने प्रार्थना पत्र दिया है जांच पड़ताल की जा रही है जो संभव मदद होगी की जाएगी।