UP चुनाव में भाजपा की जीत को लेकर केशव मौर्य का बड़ा दावा, देखिए क्या कहा

केशव प्रसाद मौर्य ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा किए गए संकल्प को सियासी ड्रामा बताते हुए कहा कि काश!अखिलेश संकल्प का मतलब भी समझ पाते। यदि उन्हें अन्नदाता किसानों की फिक्र रही होती तो जब जनता ने पूरे पांच साल मौका दिया था, तब वह सिंचाई, गन्ना मूल्य भुगतान, एमएसपी पर खरीद जैसे बुनियादी काम करते। 

/ Updated: Jan 17 2022, 06:13 PM IST

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लखनऊ: उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (keshav Prasad Maurya) ने सोमवार को  बीजेपी पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कहा कि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के भंडार में माफिया, अपराधियों, दंगाइयों को संरक्षण, अनेकानेक घोटाले और चीनी मिलों को बंदकर किसानों की बर्बादी की दास्तां रखने वाले अखिलेश यादव अन्नदाता को बरगलाने की लाख कोशिश कर लें, किसान अब उनके झांसे में नहीं आने वाले। यह उन्होंने 2017 के चुनाव में ही जता दिया था और उसे ही इस चुनाव में भी दोहराने जा रहे हैं। अखिलेश यादव को यह भली भांति समझ लेना चाहिए कि झूठे संकल्प की जमीन पर किसी का विकल्प बनने की खेती नहीं हो सकती।

साथ ही कहा कि हाथ मे अन्न लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा किए गए संकल्प को सियासी ड्रामा बताते हुए उन्होंने कहा कि काश!अखिलेश संकल्प का मतलब भी समझ पाते। यदि उन्हें अन्नदाता किसानों की फिक्र रही होती तो जब जनता ने पूरे पांच साल मौका दिया था, तब वह सिंचाई, गन्ना मूल्य भुगतान, एमएसपी पर खरीद जैसे बुनियादी काम करते। इसकी बजाय उन्हें चीनी मिलों की बंदी पसंद आई, गन्ना किसानों का करोड़ों रुपये का भुगतान फंसाए रखने में मजा आया। बिचौलियों को लगाकर किसानों की फसल औने- पौने दाम पर खरीदना भाया। ऐसे कार्यों की ख्याति अपने नाम करने वाले अखिलेश आखिर किस मुंह से उस अनाज को हाथ में लेकर संकल्प ले रहे हैं जिसे अन्नदाता अपने खून पसीने से उपजाता है। उन्होंने कहा कि आज झूठ के शहंशाह 'फार्मर्स रिवाल्विंग फंड' बनाने और किसानों को 15 दिन में गन्ना मूल्य भुगतान का वादा कर रहे हैं। बेहतर होता कि इस संकल्प के साथ वह अपने और भाजपा सरकार द्वारा किसान हित में किए गए कार्यों का भी ब्यौरा किसानों को बता देते। हिम्मत होती तो यह भी जाहिर कर देते कि किसानों को अनाज व गन्ना मूल्य का कितना भुगतान उन्होंने किया था और कितना योगी सरकार ने।