काशी के घाटों पर पसरा सन्नाटा, गंगा आरती में शामिल होने पर लगी रोक

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला किया गया है। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि लाखों की संख्या में भक्त आ रहे हैं ऐसे में कोविड के बढ़ते मामले को देखते हुए अगले आदेश तक प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। अब केवल भक्तों को झांकी दर्शन ही बाबा का प्राप्त होगा।

/ Updated: Jan 10 2022, 07:04 PM IST

Share this Video
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Email

वाराणसी: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर (kashi vishwanath temple) के गर्भगृह में भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही गंगा आरती (Ganga Arti) भी अब सात ब्राह्मण नहीं बल्कि सिर्फ एक अर्चक सांकेतिक रूप से करेंगे। काशी के घाट भी सूने हो गए हैं। जिला प्रशासन ने शाम 4 बजे के बाद से घाट पर जाने से भी रोक लगा दी है। 

अगले आदेश तक प्रवेश पर रोक 
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला किया गया है। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि लाखों की संख्या में भक्त आ रहे हैं ऐसे में कोविड के बढ़ते मामले को देखते हुए अगले आदेश तक प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। अब केवल भक्तों को झांकी दर्शन ही बाबा का प्राप्त होगा।

वाराणसी में पिछले तीन दिनों से कोरोना के नए मामलों में अचानक तेजी आ गई है। शहर में अन्य पाबंदियां भी सोमवार से लागू की गई हैं। रविवार को काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने कहा कि दूसरे शहरों से रोजाना बड़ी संख्या में लोग बाबा के दर्शन पूजन को आ रहे हैं। भक्तों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे इसलिए यह निर्णय किया गया है। उन्होंने मंदिर प्रशासन को सेनेटाइजेशन और थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था और सुदृढ़ करने का निर्देश भी दिया है।
PM का नाम लिए बिना सपा संरक्षक मुलायम सिंह का तंज, देखिए क्या कहा