जोशीमठ एक्सक्लूसिवः चमोली कलेक्टर Himanshu Khurana से सुनें पूरा फ्यूचर प्लान

DM ने एशियानेट रिपोर्टर को बताया कि जोशीमठ के कुछ इलाकों में भूस्खलन और दरारें पड़ रही है। कुछ बिल्डिंग्स रहने लायक नहीं बची हैं। जियोलॉजिस्ट की रिपोर्ट के आधार पर हमने कुछ एरिया को चुन लिया है, जो सुरक्षित नहीं है।  कई लोगों को इन इलाकों से निकाल लिया गया है। देखें वीडियो...

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DM ने एशियानेट रिपोर्टर को बताया कि जोशीमठ के कुछ इलाकों में भूस्खलन और दरारें पड़ रही है। कुछ बिल्डिंग्स रहने लायक नहीं बची हैं। जियोलॉजिस्ट की रिपोर्ट के आधार पर हमने कुछ एरिया को चुन लिया है, जो सुरक्षित नहीं है। कई लोगों को इन इलाकों से निकाल लिया गया है। यह कुछ ऐसे इलाके हैं जो रहने लायक नहीं है। यहां जमीन धंसने और भूस्खलन की खबरे आती रहती हैं और जिसका आगे भी खतरा है। हम होटल, लॉज और धर्मशाला ले रहे हैं, जिसमें इन लोगों को रखा जाएगा। उन्हें हर तरह की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। अबतक रिलीफ कैंप से 81 फैमिली को शिफ्ट कर लिया गया है। हमने हालातों को देखते हुए कई प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी है। इसमें एनटीपीसी प्रोजेक्ट भी है। भारत सरकार की तरफ से कई वैज्ञानिक और एक्सपर्ट्स की टीम हालात का जायजा ले रहे हैं। इनमें भूस्खलन क्यों हो रहा है इस बात का भी पता लगाया जा रहा है। यहां जोशीमठ में कुछ इलाके हैं, जो सुरक्षित हैं, अभी इन लोगों उन्हीं इलाकों में रखा जा रहा है। 

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