हिंदू धर्म में भगवान श्रीराम से संबंधित अनेक पर्व मनाए जाते हैं। राम नवमी इनमें सबसे प्रमुख है। चैत्र मास में होने के कारण इसे चैत्र राम नवमी कहते हैं। जानें इस बार कब है राम नवमी…
पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 16 अप्रैल, मंगलवार की दोपहर 01.24 से शुरू होगी जो अगले दिन 17 अप्रैल, बुधवार की दोपहर 03:14 तक रहेगी।
विद्वानों के अनुसार, भगवान श्रीराम का जन्म चैत्र शुक्ल नवमी की दोपहर 12 बजे हुआ था। ये स्थिति 17 अप्रैल, बुधवार को बन रही है, इसलिए इसी दिन राम नवमी का पर्व मनाया जाएगा।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, त्रेता युग में चैत्र शुक्ल नवमी तिथि को भगवान विष्णु ने राजा दशरथ के पुत्र श्रीराम के रूप में अवतार लिया था। इसीलिए इस दिन राम नवमी का पर्व मनाया जाता है।
राम नवमी का पर्व चैत्र नवरात्रि के अंतिम दिन मनाया जाता है। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन से हिंदू नववर्ष का आरंभ भी माना जाता है। इस तरह हिंदू नववर्ष के ये 9 दिन बहुत खास होते हैं।
17 अप्रैल, बुधवार को राम नवमी पर पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11:04 से दोपहर 1:35 तक रहेगा। यानी इस दिन पूजा के लिए कुल कुल 2 घण्टे 35 मिनट का समय भक्तों को मिलेगा।