रिपोर्ट के अनुसार, जी20 शिखर सम्मेलन के लिए राजधानी नई दिल्ली को सजाने में 4254.75 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।
G20 की तैयारियों में हुए खर्च को 12 श्रेणियों में बांटा गया था। इसमें ब्रांडिंग, सुरक्षा, सड़क, फुटपाथ, स्ट्रीट साइनेज और लाइटिंग जैसी व्यवस्थाएं शामिल है।
भारत व्यापार संवर्धन संगठन (ITPO), सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, सैन्य इंजीनियर सेवा, दिल्ली पुलिस, NDMC, DDA जैसी एजेंसियों ने 98% तक खर्च किया।
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी के पेश एक दस्तावेज के अनुसार, आईटीपीओ ने कुल बिल का करीब 87 प्रतिशत यानी 3,600 करोड़ रुपए का भुगतान किया है।
दिल्ली पुलिस ने 340 करोड़ रुपए और एनडीएमसी ने 60 करोड़ रुपए का भुगतान जी-20 की तैयारियों में किया है।
दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग (PWD) ने करीब 45 करोड़ और दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने जी20 की तैयारियों में 18 करोड़ रुपए खर्च किए।
केंद्रीय सड़क भूतल परिवहन मंत्रालय ने जी20 की तैयारियों में 26 करोड़, दिल्ली सरकार के वन विभाग ने 16 करोड़ और एमसीडी ने 5 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
केंद्रीय बजट 2023-24 में जी20 की अध्यक्षता के लिए केंद्र सरकार ने 990 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था।