पिछले 5 साल में सरकारी बैंकों ने मिनिमम बैलेंस पेनल्टी के नाम पर 8500 करोड़ रुपए कमाए हैं। ये जानकारी सरकार ने खुद लोकसभा में दी है।
सरकारी बैंकों की इतनी कमाई तब है, जब देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने 2020 से ही मिनिमम बैलेंस पेनल्टी वसूलना बंद कर दिया है।
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में बताया कि वित्त वर्ष 2020 से 2024 के बीच मिनिमम बैलेंस पेनल्टी से सरकारी बैंकों ने 8500 करोड़ रुपए कमाए हैं।
10 बैंकों में से 6 ने मिनिमम क्वार्टरली एवरेज बैलेंस मेंटेन नहीं करनेपर पैसे वसूले, जबकि 4 ने मिनिमम एवरेज मंथली बैंलेस के नाम पर जुर्माना लगाया। जानते हैं सबसे ज्यादा किसने वसूले।
मिनिमम एवरेज बैलेंस पेनल्टी से कमाए - 633 करोड़ रुपए
मिनिमम एवरेज बैलेंस पेनल्टी से कमाए - 387 करोड़ रुपए
मिनिमम एवरेज बैलेंस पेनल्टी से कमाए - 369 करोड़ रुपए
मिनिमम एवरेज बैलेंस पेनल्टी से कमाए - 284 करोड़ रुपए
मिनिमम एवरेज बैलेंस पेनल्टी से कमाए - 194 करोड़ रुपए