दक्षिणी कुवैत की एक बिल्डिंग में आग लगने से कई लोगों की मौत हो गई है। इसमें 49 भारतीय भी शामिल हैं। जिस बिल्डिंग में आग लगी है, उसमें मजदूर रहते थे।
भारत से हर साल लाखों लोग कुवैत समेत खाड़ी देशों में नौकरी के लिए जाते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण वहां मिलने वाला ज्यादा पैसा है। खाड़ी देशों में छोटे काम का भी ज्यादा पैसा मिलता है।
कुवैत में भारतीय मजदूरों से जुड़े संशोधन आखिरी बार 2016 में हुआ था। कुवैत भारतीय दूतावास की वेबसाइट पर जानकारी उपलब्ध है। कुवैत समेत खाड़ी देशों में भारतीय लेबर की अच्छी डिमांड है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, कुवैत में अनस्किल्ड लेबर, हेल्पर और क्लीनर को मंथली 100 कुवैती दिनार यानी 27,266.38 रुपए मिलते हैं। इनमें खेती, कार वॉशिंग, कंस्ट्रक्शन, बागवानी जैसे काम हैं।
गैस कटर, लैथ वर्कर जैसे भारी मशीनरी के साथ काम करने वाले मजदूरों को 140 से 170 कुवैती दिनार यानी 38,172.93 से 46352.85 रुपए हर महीने मिलते हैं।
1 कुवैती दिनार की कीमत 272 भारतीय रुपए है। मतलब अगर हर महीने सैलरी 100 रुपए है तो यह रकम 27,200 रुपए है। कुवैत में एक कुशल लेबर की एवरेज सैलरी करीब 3,43,324.80 रु. प्रति माह है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, कुवैत में एक भारतीय लेबर की न्यूनतम सैलरी करीब 320 कुवैती दिनार यानी करीब 87,193.60 रुपए हर महीने है।