भारत सहित कई देशों में, मदर्स डे हर साल मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है और इस साल मदर्स डे 12 मई, 2024 को मनाया जा रहा है।
मदर्स डे की शुरुआत अमेरिकी सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना जार्विस ने किया था। 1905 में अपनी मां की मृत्यु के बाद, जार्विस ने माताओं के सम्मान में एक दिन तय करने के लिए अभियान चलाया।
जार्विस लोगों के लिए अपनी माताओं के प्रति अपना प्यार और आभार व्यक्त करने के लिए एक दिन बनाना चाहती थी जो मदर्स डे के रूप में सेलिब्रेट किया जाने लगा।
1914 में राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने अमेरिका में मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे के रूप में मनाने पर मुहर लगाई। तब से मदर्स डे दुनिया भर में मई के दूसरे रविवार को मनाते हैं।
मदर्स डे मां द्वारा अपने बच्चे को हर दिन दिए जाने वाले निस्वार्थ प्यार, देखभाल के लिए आभार, सम्मान व्यक्त करने का दिन है। इस दिन बच्चे अपनी मां स्पेशल फील कराते हैं।
अपनी मां को खास महसूस कराने के लिए बच्चे अपनी मां को गिफ्ट में फूल, कार्ड, चॉकलेट, ज्वेलरी या अन्य पर्सनल चीजें देते हैं। उनके लिए सरप्राइज प्लान करते हैं, साथ समय बिताते हैं।
मदर्स डे अपने बच्चों के मूल्यों, चरित्र और समग्र विकास को आकार देने में मां की भूमिका को महत्व देता है। मदर्स डे एक मां और उसके बच्चों के बीच के गहरे बंधन को दिखाता है।