यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की परीक्षा भारत की सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण प्रतियोगी परीक्षाओं में से एक मानी जाती है।
सिविल सेवाओं में IAS, IFS, IPS, IRS आदि जैसी सेवाएं होती हैं, जो भारत के प्रशासन की रीढ़ हैं। आज जानिए अपाला मिश्रा के बारे में, जिनकी UPSC जर्नी अडिग समर्पण और दृढ़ता की मिसाल है।
अपाला मिश्रा एक सम्मानित परिवार से हैं, जहां उनके भाई भारतीय सेना में मेजर हैं और पिता एक रिटायर्ड कर्नल हैं। उनकी मां, डॉ. अल्पना मिश्रा, दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं।
अपाला मिश्रा ने UPSC क्रैक करने के लिए लगातार तीन सालों तक मेहनत की और रोजाना लगभग 8 घंटे पढ़ाई की।
अपाला मिश्रा को 2020 में सिविल सर्विसेज परीक्षा में सफलता मिली। उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए आईआर 9 हासिल की।
UPSC में ऑल इंडिया रैंक 9 हासिल करने के बाद भी अपाला मिश्रा ने आश्चर्यजनक रूप से IAS बनना नहीं चुना। उनका लक्ष्य IFS (भारतीय विदेश सेवा) बनना था।
अपाला ने अपने पढ़ाई के दौरान अनुशासन का पालन किया, जो UPSC aspirants के लिए प्रेरणा है। उनकी जर्नी बताती है कि UPSC सफलता के लिए मेहनत के साथ लक्ष्य की स्पष्टता भी जरूरी है।