कई बार कड़ी मेहनत के बावजूद कई छात्र जेईई एडवांस के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाते हैं। यदि आप भी उनमें से हैं जो जेईई एडवांस्ड के लिए जरूरी कट-ऑफ स्कोर नहीं पाये तो निराश ना हों।
जेईई एडवांस्ड के लिए अर्हता प्राप्त नहीं करने का मतलब कैंडिडेट के इंजीनियरिंग सपनों का अंत नहीं। ऐसे बहुत से विकल्प, अवसर, संभावनाएं हैं जिन्हें छात्र जेईई मेन के बाद चुन सकते हैं।
भले ही आप जेईई एडवांस कटऑफ से आगे नहीं बढ़ पाए, फिर भी जेईई मेन में आपका प्रदर्शन एनआईटी, आईआईआईटी और अन्य जीएफटीआई में आपके लिए दरवाजे खोल सकता है।
एनआईटी, आईआईआईटी और अन्य जीएफटीआई संस्थान जेईई मेन स्कोर के आधार पर छात्रों को एडमिशन देते हैं, जो इंजीनियरिंग उम्मीदवारों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।
कई राज्य राज्य इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए अलग से एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते हैं। WBJEE, MHT-CET, KEAM आदि परीक्षाएं राज्य स्तर पर इंजीनियरिंग कोर्स के लिए हैं।
इन परीक्षाओं को पास करके छात्र एनआईटी के बराबर शिक्षा प्रदान करने वाले प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के इंजीनियरिंग कोर्स में दाखिला ले सकते हैं।
जेईई मेन के कैंडिडेट्स के पास प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेजों में भी एडमिशन का अवसर है। बिट्स पिलानी, वीआईटी, मणिपाल विश्वविद्यालय सहित अन्य प्राइवेट कॉलेजों को नजरअंदाज न करें।