साउथ इंडियन एक्ट्रेस ज्योतिका ने एक बातचीत में अपना दर्द बयां किया है। उनकी मानें तो डेब्यू फिल्म के बाद उन्हें बॉलीवुड में काम मिलना बंद हो गया था।
ज्योतिका ने फ्री प्रेस जर्नल से कहा, "मैं कभी बॉलीवुड का हिस्सा नहीं थी। मुझे नहीं पता कि यह कैसे बदला। लेकिन मुझे लगता है कि फिल्म चलाने के लिए पुराने फॉर्मुले अभी भी मौजूद हैं।"
बकौल ज्योतिका, "डेब्यू फिल्म के बाद मुझे काम नहीं मिला। इसलिए मैं साउथ चली गई। मेरे लिए कोई रोढा नहीं था, मेरे लिए कोई रास्ता नहीं था, क्योंकि मेरी फिल्म ने शोर नहीं मचाया।"
ज्योतिका ने शैतान और श्रीकांत का रिफरेन्स देते हुए मजाक में कहा कि वे ऐसी फ़िल्में करना चाहेंगी, जिनके टाइटल S से शुरू हों।
बकौल ज्योतिका, "ईमानदारी से कहूं तो मैं फिल्म में उन तीन सीन वाले रोल की तलाश में हूं, जहां महिलाएं सिर ऊंचा कर निकलती हों।महिलाएं उससे अधिक हैं, जिस तरह से उन्हें दिखाया जाता है।"
ज्योतिका ने 1997 में फिल्म 'डोली सजा के रखना' से डेब्यू किया था। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही थी। इसके बाद ज्योतिका साउथ इंडियन फिल्मों में एक्टिव हो गईं।
ज्योतिका ने 27 साल के ब्रेक के बाद अजय देवगन और आर. माधवन स्टारर 'शैतान' से कमबैक किया। इस ब्लॉकबस्टर फिल्म ने भारत में 145 करोड़ और वर्ल्डवाइड 211 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया।
तुषार हीरानंदानी के निर्देशन में बनी 'श्रीकांत' 10 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म में राजकुमार राव, ज्योतिका के अलावा अलाया एफ., शरद केलकर और जमील खान की भी अहम् भूमिका है।