80 के दशक के मशहूर टीवी शो 'रामायण' में भगवान राम का रोल निभाकर पॉपुलर हुए अरुण गोविल लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उन्हें उत्तर प्रदेश के मेरठ से भाजपा ने टिकट दिया है।
अरुण गोविल की यह राजनीति में ताजा-ताजा एंट्री हुई है। इससे पहले उन्होंने पॉलिटिक्स में कभी किस्मत नहीं आजमाई। हालांकि, वे हमेशा सनातनी विचारधारा के पक्षधर रहे हैं।
अरुण गोविल से पहले भी 'रामायण' के कुछ एक्टर्स राजनीति में आ चुके हैं। फिर चाहे सीता का रोल करने वाली दीपिका चिखलिया हो या फिर रावण बनने वाले अरविंद त्रिवेदी।
'रामायण' की सीता दीपिका चिखलिया बड़ोदरा से भाजपा सांसद रह चुकी हैं। उन्होंने 1991 में इस सीट से चुनाव लड़ा था और कांग्रेस के राजा रणजीत सिंह गायकवाड़ को 50 हजार वोटों से हराया था।
'रामायण' के हनुमान यानी दारा सिंह भी सांसद रहे हैं। उन्होंने 1998 में BJP जॉइन की और 2003-2009 तक वे इसी पार्टी जे राज्यसभा सांसद रहे। राज्यसभा जाने वाले वे पहले स्पोर्टपर्सन थे।
अरविंद त्रिवेदी ने 1991 में BJP के टिकट पर गुजरात के सांवरकाठा चुनाव लड़ा और महात्मा गांधी के पोते राजमोहन गांधी को हराया था। हालांकि, अगली बार वे इसी सीट से चुनाव हार गए थे।
रामानंद सागर के सीरियल 'रामायण' में सूर्पणखा का रोल रेणु धारीवाल ने निभाया था। वे एक्टिंग वर्ल्ड से गायब हैं और दावा किया जाता है कि वे कांग्रेस की कार्यकर्ता हैं।