अफ़्रीकी वायलेट काफी छोटे रहते हैं, छह इंच तक लंबे होते हैं। ये धीरे-धीरे बढ़त हैं। लेकिन पूरे साल खिलते हैं। लेकिन इनकी देखभाल बहुत जरूरी होती है।
वैसे तो अफ्रीकी वायलेट जहां भी रखेंगे वो सही रहते हैं। लेकिन ब्राइट फूल इसमें आए इसके लिए जरूरी है कि इन्हें नेचुरल लाइट मिले। इसलिए रोशनी वाले जगह पर इसे रखें।
जब भी हाउसप्लांट की बात आती है तो पौधे को सही नमी स्तर पर न रखना एक आम गलती होती है। लेकिन अफ्रीकी वायलेट्स को ज्यादा पानी या नमी की जरूरत नहीं होती है। नहीं तो इसका जड़ सड़ जाएगा।
जैसा की इसके नाम से समझ सकते हैं कि अफ़्रीकी वायलेट्स तंजानिया सहित पूर्वी अफ़्रीकी देशों की गर्म जलवायु के पौधे हैं। इसलिए इन्हें ज्यादा ह्यूमिडिटी में रहना पसंद होता है।
डेडहेडिंग फूलों को काटने की एक प्रक्रिया है।जब फूल इसमें आने बंद हो जाए तो फिर इसे ऊपर से काट सकते हैं। इससे प्लांट का ग्रोथ अच्छा होगा।
प्लांट ज्यादा फैल रहा है तो छोटे गमले से निकालकर इसे बड़े कंटेनर में लगाएं। अफ्रीकी वायलेट्स अम्लीय मिट्टी (पीएच 6.0 से 6.5) में पनपते हैं, इसलिए मिट्टी के PH की जांच कर सकते हैं।