G-20 Summit में इस बार मोटे अनाज यानी मिलेट से स्वादिष्ट पकवान मेहमानों को परोसे जा रहे हैं। मेहमानों को मोटे अनाज से बने व्यंजन काफी पसंद भी आ रहे हैं।
G-20 समिट 2023 में मोटे अनाज को प्राथमिकता देने से देश के साथ ही दुनिया भर में इसकी उपज और प्रयोग को बढ़ावा मिलेगा। इससे किसानों को लाभ होगा।
मिलेट्स पाचन तंत्र में सुधार करता है। मिलेट से बनी चीजें खाने से गैस, कब्ज जैसे पेट संबंधी रोग नहीं होते हैं। मिलेट में एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं जो काफी फायदेमंद होते हैं।
मिलेट से बना लिट्टी चोखा, दाल तड़का, दाल बाटी, चूरमा, साउथ इंडियन फूड, बंगाल के रसगुल्ले समेत देसी स्ट्रीट फूड जैसे चाट, वड़ा पाव, भेलपुरी, गोलगप्पे मेहमानों को खूब भा रहे हैं।
G-20 समिट में विदेशी मेहमानों के लिए ब्रेकफास्ट से लेकर डिनर तक में विदेशी मेहमानों को मिलेट से बनी 500 से ज्यादा डिशें परोसी जाएंगी।
पीएम मोदी की ओर से मिलेट यानी मोटे अनाज के लाभ और इसे बढ़ावा देने के लिए पहले ही वर्ष 2023 को इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट घोषित किय जा चुका है।