पोर्ट ब्लेयर के नए टर्मिनल भवन का 18 जुलाई को मोदी ने उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम ने बेंगलुरु में हो रही 26 विपक्षी पार्टियों को जमकर आड़े-हाथों लिया, पढ़ें 10 बातें।
''24 के लिए बने 26 लोग। PM ने अवधी कहावत कहा- गाइत कुछ है, हाल कुछ है, लेबल कुछ है, माल कुछ है।''
''गाना कोई और गाया जा रहा कुछ और जबकि सच्चाई कुछ और है, लेबल किसी और का लगाया गया है, जबकि प्रोडक्ट कुछ है।''
''एक चेहरे पर कई चेहरे लगा लेते हैं लोग। जब ये एक फ्रेम में आते हैं तो देश के लोगों के मन में यही विचार आता है- लाखों करोड़ों का भ्रष्टाचार।''
‘बेंगलुरू में कट्टर भ्रष्टाचार का सम्मेलन कर रहे हैं। बैठक की खासियत है- जो भ्रष्टाचार के मामले में जमानत पर है उसका सम्मान होता है। पूरा परिवार जमानत पर है तो ज्यादा सम्मान है।’
सभी ‘जो जितना बड़ा भ्रष्टाचारी है, उनसे उतनी ही आत्मीयता से मिल रहे हैं। भ्रष्टाचार की दुकान में जुटे सभी भ्रष्टाचार के कट्टर समर्थक हैं।’
'न खाता न बही, जो परिवार कहे वही सही। इनका मोटो है फैमिली फर्स्ट, नेशन नथिंग। इनके लिए भाई-भतीजों का विकास मायने रखता है।'
'ये लोग देश के संविधान को अपना बंधक बनाना चाहते हैं। नफरत है, घोटाले हैं, तुष्टीकरण है, मन काले हैं।'
‘इनका कॉमन मिनिमन प्रोग्राम है, देश का विकास रोकना, अपने कुशासन पर पर्दा डालना, अपने भ्रष्टाचार पर हो रही कार्रवाई को रोकना।’