गणतंत्र दिवस परेड में आत्मनिर्भर भारत की झलक दिखी। प्रचंड हेलिकॉप्टर, पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर और नाग मिसाइल सहित भारत में बनाए जाने वाले हथियार मुख्य आकर्षण रहे।
LCH प्रचंड स्वदेशी अटैक हेलिकॉप्टर है। यह जमीन पर हमला करने के साथ ही दूसरे हेलिकॉप्टर से भी लड़ाई कर सकता है। इसे अत्याधुनिक स्टील्थ फीचर से लैस किया गया है।
LCH प्रचंड हिमालय के ऊंचे पहाड़ी क्षेत्र में लड़ने के बनाया गया है। यह पहला अटैक हेलिकॉप्टर है जो 5,490 मीटर की ऊंचाई तक ऑपरेट हो सकता है।
NAG एंटी टैंक मिसाइल है। इसे DRDO ने विकसित किया है। दिन हो या रात हर समय यह दुश्मन के बेहद मजबूत टैंकों को भी नष्ट कर सकता है।
NAG मिसाइल "टॉप अटैक" फीचर से लैस है। बेहद सटीक होने के चलते इसे "फायर एंड फॉरगेट" वेपन कहा जाता है।
तेजस हल्के वजन का छोटा लड़ाकू विमान है। इस स्वदेशी फाइटर जेट को रडार से देख पाने में परेशानी होती है। एक इंजन वाला यह विमान कई तरह के मिशन को अंजाम दे सकता है।
पिनाका रॉकेट सिस्टम का रेंज 45 किलोमीटर है। 280 किलो का यह रॉकेट बेहद सटीक वार करता है। पिनाका रॉकेट सिस्टम से 44 सेकेंड में 12 रॉकेट्स दागे जा सकते हैं।
T-90 भीष्म टैंक को भारत में बनाया जाता है। इसे रूस ने विकसित किया था। 46000 किलो का यह टैंक 60 km/h की रफ्तार से दौड़ सकता है।
ध्रुव एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर है। इसमें 2 पायलट और 12 सैनिकों के बैठने की जगह है। कम वजन के चलते इसे ऊंचे पहाड़ी क्षेत्र में इस्तेमाल किया जा सकता है।
MR-SAM मिसाइल को DRDO ने इजरायल की मदद से तैयार किया है। सतह से हवा में मार करने वाले इस मिसाइल का काम दुश्मन के हवाई हमले से बचाव करना है।
परेड में भारत और फ्रांस की वायुसेना द्वारा राफेल विमान उड़ाए जाएंगे। भारत ने फ्रांस से 36 राफेल विमान खरीदे हैं।