महाराष्ट्र के रावेर से तीन बार की भाजपा सांसद रक्षा खडसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल हुईं हैं। उन्हें उनकी कड़ी मेहनत और लगन का इनाम मिला है।
एकनाथ खडसे की बहू रक्षा खडसे जमीनी स्तर पर अपने जुड़ाव के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने जमीन पर काम कर अपना नाम बनाया है।
2024 के आम चुनाव में महाराष्ट्र में भाजपा का प्रदर्शन खराब रहा है। पार्टी के कई उम्मीदवारों की हार हुई है। इस बीच रक्षा खडसे ने जीतकर बड़ा संदेश दिया है।
महाराष्ट्र के रावेर से दो बार की भाजपा सांसद रक्षा खडसे 2024 के लोकसभा चुनाव में जीतकर तीसरी बार सांसद बनीं हैं। उनका जन्म मध्य प्रदेश के खेतिया में हुआ था।
रक्षा के ससुर एकनाथ खडसे एनसीपी (शरद पवार) के नेता थे। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए। रक्षा के पति निखिल खडसे की मौत 2013 में हो गई थी।
रक्षा मेहनती नेता हैं। अपने दो छोटे बच्चों को गोद में लिए उनकी फोटो वायरल हुई थी। इससे उनकी निजी जिंदगी और राजनीतिक जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाने की क्षमता दिखी थी।
रक्षा खडसे का राजनीतिक जीवन जमीनी स्तर से शुरू हुआ। वह पहले कोठाडी गांव की सरपंच फिर जलगांव जिला परिषद की सदस्य बनीं थीं।
26 साल की उम्र में रक्षा 2014 के लोकसभा चुनाव में जीतीं थीं। उन्होंने एनसीपी के मनीष जैन को 318,608 मतों के अंतर से हराया था।
2019 के लोकसभा चुनाव में रक्षा खडसे रावेर लोकसभा सीट से दूसरी बार सांसद चुनी गईं। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी उल्हास पाटिल को 335,882 वोटों के अंतर से हराया था।
2024 के लोकसभा चुनाव में रक्षा ने अपनी रावेर सीट बरकरार रखी। उन्होंने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एनसीपी (शरद पवार) के उम्मीदवार को 2,72,183 मतों के अंतर से हराया।