Hindu tradition: विवाह के समय वर-वधू के सिर पर क्यों बांधते है कलगी?
Spiritual May 14 2025
Author: Manish Meharele Image Credits:gemini
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हिंदू धर्म में कितने संस्कार होते हैं?
हिंदू धर्म में विवाह को 16 संस्कारों में सबसे प्रमुख माना जाता है। विवाह के दौरान अनेक परंपराएं निभाई जाती हैं। इन परंपराओं के पीछे कोई न कोई कारण जरूर छिपा होता है।
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कलगी को और क्या बोलते हैं?
जब लड़का-लड़की को 7 फेरों के लिए मंडप में लाया जाता है तो इसके पहले इनके सिर पर कलगी बांधी जाती है, जिसे मोर भी कहते हैं। बिना सिर पर कलगी बांधे फेरे नहीं लिए जाते।
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वर-वधू क्यों बांधते हैं कलगी?
वर-वधू के माथे पर कलगी क्यों बांधते हैं, इसके पीछे का कारण मनोवैज्ञानिक है। भारतीय मान्यता के अनुसार कलगी एक शुभ चिह्न है जो सकारात्मक फल प्रदान करता है।
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कलगी को क्यों मानते हैं शुभ?
पहले के समय में जब राजा-महाराजा अपनी राजसभा में जाने को तैयार होते थे तो अपने मुकुट या पगड़ी के ऊपर शुभ चिह्न धारण करते थे। इसे ही कलगी और मोर कहते हैं।
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इसलिए वर-वधू को बांधते हैं कलगी?
जब वर-वधू फेरे के लिए मंडप में जाते हैं तो उनके सिर पर कलगी अवश्य बांधी जाती है। ऐसा माना जाता है कि विवाह के दौरान वर को राजा और वधू को रानी मानकर कलगी बांधते हैं।