भारतीय नौसेना में पहली बार भाई-बहन की जोड़ी कमांडर प्रेरणा देवस्थली और कमांडर ईशान देवस्थली ने दो अलग-अलग युद्धपोतों की कमान संभाली है। जानें उनकी प्रेरणादायक कहानी।
भारतीय नौसेना में पहली बार ऐसा हुआ है कि कमांडर प्रेरणा देवस्थली और कमांडर ईशान देवस्थली की बहन और भाई की जोड़ी एक ही समय में दो अलग-अलग युद्धपोतों की कमान संभाल रही है।
कमांडर प्रेरणा देवस्थली पिछले साल भारतीय नौसेना में युद्धपोत की कमान संभालने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं। वह वर्तमान में फास्ट अटैक क्राफ्ट INS त्रिंकट की कमान संभाल रही हैं।
इस कड़ी में उनके भाई कमांडर ईशान देवस्थली को INS विभूति की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो भारतीय नौसेना का एक वीर-क्लास मिसाइल पोत है।
हाल ही में INS विभूति ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के स्टीम पास्ट में हिस्सा लिया, जो गोवा के तट पर अरब सागर में आयोजित हुआ। दोनों भाई-बहन पश्चिमी कमान के तहत तैनात हैं।
भारतीय नौसेना की इकाइयां लंबे समय तक विशाल क्षेत्रों में तैनात रहती हैं, जो उनकी क्षमताओं और रणनीतिक प्रभाव को प्रदर्शित करती हैं।
7 नवंबर को राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन में नौसेना की सकारात्मक और सक्रिय सेवाओं की प्रशंसा की और कहा कि भारतीय नौसेना के प्रयासों ने समुद्र में कई जीवन बचाए हैं।