हरियाणा के गांव धनोरा में एक रहस्यमय पथ्थर की मूर्ति है, जिसे लेकर मान्यता है कि यह एक पौराणिक राजा की मूर्ति है और इसे छूने से बुरे प्रभाव समाप्त हो जाते हैं।
हरियाणा में कई गांवों में एक प्रथा है, जहां पर विवाह के अवसर पर दूल्हे को आधुनिक तिलक के रूप में स्मार्टफोन दिया जाता है।
हरियाणा के बल्लभगढ़ में एक तालाब है, जो एक हजार साल से भी पुराना माना जाता है और इसे ‘बल्लभगढ़ तालाब’ के नाम से जाना जाता है।
हरियाणा के कुछ ग्रामीण क्षेत्र में लोग तिनके को बहुत ही पवित्र मानते हैं। यहां तिनके को घर के आंगन में बिखेरने की परंपरा है, जिसे सौभाग्य और सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
हरियाणा के कुछ गांवों में ग्रामीण अपनी पारंपरिक वेशभूषा को बहुत ही खास मानते हैं। यहां तक कि आधुनिक जमाने में भी लोग पुरानी वेशभूषा को बनाए रखते हैं।
हरियाणा में एक तालाब है, जिसमें नाव का उपयोग नहीं किया जाता क्योंकि वहां के लोग केवल पैदल या घोड़े पर सवार होकर उस स्थान पर पहुंचते हैं।
हरियाणा में पहली बार भारत का पहला आर्मी स्कूल 1960 में स्थापित किया गया था, जो भारतीय सशस्त्र बलों के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया था।
हरियाणा के महेन्द्रगढ़ में हर साल ‘मछली महोत्सव’ मनाया जाता है, जिसमें केवल मछली के पकवान ही बनते हैं और हजारों लोग इसमें भाग लेते हैं।
हरियाणा के गांव में एक जगह ऐसा भी है जहां एक पुराने मंदिर के पास कब्र की स्थापना की गई है, जो एक अनोखी सांस्कृतिक परंपरा को दर्शाता है।
हरियाणा के जिलों में एक जगह पिहोवा है, जिसे श्री कृष्ण की जन्मस्थली माना जाता है। इसे लेकर कई प्राचीन किंवदंतियां जुड़ी हैं।