Hindi

मकर सक्रांति MP नर्मदा-क्षिप्रा में लगाएं डूबकी, धूल जाएंगे सारे पाप

Hindi

क्यों करते हैं स्नान और दान

मकर सक्रांति पर स्नान और दान का काफी महत्व है। इस कारण श्रद्धालु इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करते है। फिर दान करते हैं।

Image credits: social media
Hindi

15 को मनेगी सक्रांती

देशभर में इस बार मकर सक्रां​ति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन सुबह उठकर स्नान कर पूजा अर्चना के बाद दान पुण्य किया जाएगा।

Image credits: social media
Hindi

पवित्र नदियों में स्नान

मकर सक्रांती के दिन गंगा, जमुना जैसी पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व रहता है। इसलिए श्रद्धालु दूर दूर से गंगा स्नान करने जाते हैं।

Image credits: social media
Hindi

नर्मदा और क्षिप्रा में स्नान

मध्यप्रदेश में मकर सक्रांती के दिन नर्मदा और क्षिप्रा में स्नान करने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। क्योंकि ये दोनों प्रमुख नदिया एमपी में हैं।

Image credits: social media
Hindi

सूर्य देव की पूजा

मकर सक्रांती पर सूर्य देव की पूजा की जाती है। इसलिए पहले स्नान किया जाता है। फिर पूजा अर्चना कर तिल, गुड़ आदि का दान किया जाता है।

Image credits: social media
Hindi

धूल जाते हैं सारे पाप

कहा जाता है कि मकर सक्रांती के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से सारे पाप धूल जाते हैं। यही कारण है कि इस दिन विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है।

Image credits: social media
Hindi

ठंड में रखे सेहत का ध्यान

प्रदेश में इस समय ठंड काफी अधिक है। इसलिए आप जहां भी स्नान करें सेहत का ध्यान जरूर रखें।

Image credits: social media
Hindi

15 जनवरी को सक्रांति

पंडितों की माने तो 15 जनवरी की रात 2 बजकर 43 मिनट पर सूर्यदेव धनु से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसी दिन मकर सक्रांति मनाई जाएगी।

Image credits: social media
Hindi

इन नदियों पर रहेगी भीड़

मकर सक्रांति पर अमरकंटक, जबलपुर, नर्मदापुरम, नेमावर, ओंकारेश्वर आदि स्थानों पर नर्मदा और उज्जैन में क्षिप्रा में लाखों लोग स्नान करेंगे।

Image credits: social media
Hindi

खुल जाता है स्वर्ग का द्वार

कहा जाता है कि मकर सक्रांति के दिन स्वर्ग का द्वार खुल जाता है। भीष्म पितामाह ने भी बाणों की शैया पर लेटर उत्तरायण होने पर अपनी देह का त्याग किया था।

Image Credits: social media