निधिवन वृंदावन की रहस्यमयी जगह है, जहां पर आज भी श्री कृष्ण राधा रानी और गोपियों के साथ रास करने के लिए हर रात आते हैं। यहां पर लगे पेड़ रात के समय गोपियों के रूप में बदल जाते हैं।
सेवाकुंज में राधा-कृष्ण की लीलाएं आज भी होती है। यहां रात में प्रवेश वर्जित होता है, क्योंकि कहा जाता है कि आज भी श्री कृष्णा और राधा रानी यहां पर विश्राम करने के लिए आते हैं।
वृंदावन की कुंज गलियों में राधा बावड़ी वह स्थान है, जहां पर राधा रानी स्नान के लिए आई थी और श्री कृष्णा उन्हें चोरी छुपे देखते थे। यहां की पवित्रता भक्तों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
विरह कुंज वह जगह है जहां पर श्री राधा ने श्री कृष्ण के विरह में ध्यान लगाया था। यह जगह अटूट प्रेम और भक्ति का प्रतीक मानी जाती है।
रंग महल में श्री कृष्ण राधा रानी के साथ होली खेलते हैं। यहां एक सुंदर महल और मंदिर स्थित है, जहां भक्तों को राधा कृष्ण की लीलाओं के बारे में अनोखे तथ्य पता चलते हैं।
वृंदावन का टटिया स्थान वह स्थान है जहां आज तक कलयुग का प्रवेश नहीं हुआ है। यहां आज भी कोई बिजली, मोबाइल टावर आदि नहीं है और यहां आकर आपको असली वृंदावन की अनुभूति होगी।
इमलीतला वह जगह है जहां श्री कृष्ण ने इमली के पेड़ के नीचे बैठकर राधा रानी के लिए बांसुरी बजाई थी। कहा जाता है कि ध्यान से सुनने पर यहां से अभी भी बांसुरी की आवाज सुनाई देती है।
गहवर वन स्थान है जहां राधा रानी और श्री कृष्ण की अनगिनत लीलाएं हुई थी। भक्ति के रस में डूबने के लिए यह एक पावन और पवित्र जगह है।