गरुड़ पुराण: इन 4 कारणों से लाइफ में बढ़ सकती है परेशानियां, बचने के लिए क्या करें?

Published : Jun 18, 2020, 10:41 AM IST
गरुड़ पुराण: इन 4 कारणों से लाइफ में बढ़ सकती है परेशानियां, बचने के लिए क्या करें?

सार

हिंदू धर्म में कुल 18 पुराण बताए गए हैं, इन पुराणों में गरुड़ पुराण का विशेष महत्व है। आमतौर पर गरुड़ पुराण का पाठ किसी मृत्यु के बाद किया है।

उज्जैन. इस पुराण में जन्म और मृत्यु से जुड़े रहस्य बताए गए हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार गरुड़ पुराण में पाप और पुण्य कर्मों के बारे में विस्तार से बताया गया है। इस पुराण के आचार कांड में नीतिसार नाम एक अध्याय है, इसमें सुखी और सफल जीवन की नीतियां बताई गई हैं। यहां जानिए नीतिसार के अनुसार 4 ऐसी बातें, जिनकी वजह से जीवन में परेशानियां बढ़ सकती हैं, जब भी ये बातें हों तो हमें सावधानी रखनी चाहिए...

1. जीवन साथी का भरोसा न तोड़ें
वैवाहिक जीवन में सबसे जरूरी बात ये है कि पति-पत्नी, दोनों एक-दूसरे पर भरोसा करें। जब भी ये विश्वास टूटता है तो परिवार टूट सकता है। जब पति-पत्नी एक-दूसरे पर भरोसा करना बंद कर देते हैं तो जीवन बर्बाद हो जाता है। इसीलिए ध्यान रखना चाहिए कि जीवन साथी का भरोसा कभी ना टूटे। अगर ये बात बार-बार होने लगे तो समझ लें, अब जीवन में मुसीबतें बढ़ सकती हैं। ऐसी स्थितियों में धैर्य से काम लें।

2. जब जीवन साथी बीमार रहने लगे
व्यक्ति को जीवन साथी के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना चाहिए। अगर कभी भी साथी बीमार होता है तो इसे प्राथमिकता से देखना चाहिए। बीमारी की स्थिति में सही देखभाल की जाती है तो दोनों के बीच प्रेम और अधिक बढ़ता है। सुखी वैवाहिक जीवन के लिए जरूरी है कि पति-पत्नी, दोनों ही स्वस्थ रहें।

3. अगर कोई छोटा व्यक्ति अपमान कर दे तो
सभी मान-सम्मान चाहते हैं। अगर उम्र या पद में बड़ा व्यक्ति कोई बुरी बात कहता है तो ये सहन किया जा सकता है, लेकिन कोई व्यक्ति उम्र में या पद छोटा है तो उसके द्वारा कही गई अपमानजनक बातें बहुत दुख देती हैं। ऐसे समय में क्रोध से बचें और धैर्य से काम लें, वरना परेशानियों और अधिक बढ़ सकती हैं।

4. बार-बार असफलता मिलती है तो
किसी काम में सफलता मिलेगी या असफलता, ये काम की शुरुआत में मालूम नहीं हो सकता, लेकिन बार-बार असफल होना बताता है कि हमारी कोशिशों में कमी है या हम लापरवाही कर रहे हैं। असफलता से सीख लेकर आगे बढ़ेंगे तो सफलता मिल सकती है।

PREV

Recommended Stories

Aaj Ka Panchang 8 दिसंबर 2025: आज कौन-सी तिथि और नक्षत्र? जानें दिन भर के मुहूर्त की डिटेल
Rukmini Ashtami 2025: कब है रुक्मिणी अष्टमी, 11 या 12 दिसंबर?