8 अप्रैल, बुधार को हनुमान जयंती है। वैसे तो हमारे देश में हनुमानजी के अनेक मंदिर हैं, लेकिन इनमें से कुछ मंदिर बहुत खास हैं। ऐसा ही एक मंदिर है गुजरात के भावनगर में।
उज्जैन. 8 अप्रैल, बुधार को हनुमान जयंती है। वैसे तो हमारे देश में हनुमानजी के अनेक मंदिर हैं, लेकिन इनमें से कुछ मंदिर बहुत खास हैं। ऐसा ही एक मंदिर है गुजरात के भावनगर में। भावनगर के पास सारंगपुर में कष्टभंजन हनुमान मंदिर स्थित है। ये एक प्राचीन मंदिर है। यहां हनुमानजी के चरणों में शनिदेव स्त्री रूप में विराजित हैं। जानिए हनुमान और शनिदेव के इस मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातें...
शनि और हनुमानजी से जुड़ी प्रचलित कथा
मंदिर की खास बातें
सारंगपुर में कष्टभंजन हनुमान मंदिर का परिसर बहुत विशाल है। यह किसी किले की तरह दिखाई देता है। मंदिर अपनी सुंदरता और भव्यता की वजह से भी प्रसिद्ध है। कष्टभंजन हनुमानजी सिंहासन पर विराजमान हैं और उन्हें महाराजाधिराज के नाम से भी जाना जाता है। हनुमानजी की प्रतिमा के आसपास वानर सेना भी दिखाई देती है।
यहां कैसे पहुंच सकते हैं
कष्टभंजन हनुमान मंदिर तक पहुंचने के लिए भावनगर पहुंचना होता है। भावनगर से सारंगपुर के मंदिर तक आसानी से पहुंच सकते हैं। भावनगर के लिए सभी बड़े शहरों से फ्लाइट्स मिल सकती हैं। भारत के सभी बड़े शहरों से भावनगर के लिए रेल गाड़ियां आसानी से मिल जाती हैं। भावनगर सभी प्रमुख
शहरों से सड़क मार्ग से भी जुड़ा हुआ है।