कुदरत ने इंसानों को रंगों का अनमोल तोहफा दिया है। प्रकृति का हर रंग अलग-अलग भावनाओं को व्यक्त करता है।
उज्जैन. अगर यह कहा जाए कि रंग बिना बोले भी आपकी सारी बातें कह देते हैं, तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। होली रंगों और रिश्तों का त्योहार है। इस बार होली (धुरेड़ी) 10 मार्च, मंगलवार को है। आप जब इस होली पर अपनों को रंगने जाएं, तो बस थोड़ा सा ध्यान रंगों के चयन पर भी रखें। एक रंग आपकी सारी बातें आपके अपनों तक पहुंचा देगा। जानिए किसे आप कौन सा रंग लगा सकते हैं-
पत्नी या प्रेमिका
पति-पत्नी व प्रेमी-प्रेमिका के लिए होली का त्योहार बहुत ही खास होता है। चूंकि इस त्योहार में प्यार के साथ-साथ थोड़ी शरारत भी छुपी होती है। इसलिए ये पर्व पति-पत्नी व प्रेमी-प्रेमिका को लुभाता रहा है। पत्नी या प्रेमिका के इस प्यार के रिश्ते को आप होली के दिन लाल और केसरिया रंग से रंगें। यह रंग आपके जीवन में प्रेम, उत्साह, खुशहाली और विश्वास लेकर आएगा।
अपने से छोटों को
छोटे बच्चे, छोटे भाई-बहन या और अपनी उम्र में छोटे रिश्तेदार को हरा रंग लगाइए। हरा सम्पन्नता का प्रतीक है और ये आपके आशीर्वाद और स्नेह के रूप में आपकी भावनाओं को अभिव्यक्त करेगा।
पति या प्रेमी को
पति या प्रेमी को आप लाल और हल्का नीला रंग लगाइए। लाल रंग प्रेम और आक्रमकता दोनों का प्रतीक है, यह रंग बताएगा कि आप के रिश्ते में पहले की तरह आज भी वैसा ही प्रेम और गर्माहट है। नीला रंग धैर्य और भरोसे का रंग है। इन दोनों भावों की रिश्तों में बहुत जरूरत है।
बड़ों को रंगना हो तो
दादा-दादी, माता-पिता, बड़े भाई-बहन या फिर अपनी उम्र से बड़े कोई और रिश्तेदार हो, तो आप उन्हें पीले रंग का गुलाल लगाइए। पीला रंग आस्था, त्याग और विश्वास का प्रतीक है। जब आप अपने बड़ों को इस रंग से रंगेंगे, तो इसका मतलब साफ होगा कि आप उन्हें सम्मान देते हैं। उनके प्रति आस्था और विश्वास भी रखते हैं। उनकी भावनाओं का सम्मान करते हैं और हमेशा उनका आशीर्वाद पाना चाहते हैं।
दोस्तों के लिए
दोस्तों के लिए हरा, सफेद और नीला रंग सबसे अच्छा है। हरा सम्पन्नता का, सफेद शांति का और गहरा नीला रंग सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। अच्छे दोस्तों की खासियत है कि वो अपने दोस्तों के लिए हमेशा सम्पन्नता, शांति और सकारात्मक ऊर्जा ही चाहते हैं। ये भावनाएं आपकी दोस्ती को और ज्यादा खास बनाएगी।