कार्तिक मास 21 अक्टूबर से 19 नवंबर तक, इस महीने में मनाए जाएंगे करवा चौथ और दीपावली जैसे बड़े त्योहार

हिंदू पंचांग का आठवां महीना कार्तिक (Kartik Maas 2021) 21 अक्टूबर, गुरुवार से शुरू हो रहा है। ये महीना 19 नवंबर, शुक्रवार तक चलेगा। इस महीने के अंतिम दिन यानी पूर्णिमा पर चंद्रमा कृत्तिका नक्षत्र में रहता है, इसलिए इस मास का नाम कार्तिक रखा गया है।
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 20, 2021 2:09 PM IST / Updated: Oct 23 2021, 01:12 PM IST

उज्जैन. त्योहारों के दृष्टिकोण से कार्तिक महीना बहुत ही खास है, क्योंकि इस महीने में करवा चौथ (karva chauth 2021), धनतेरस (Dhanteras 2021), नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi 2021), दीपावली (Diwali 2021), गोवर्धन पूजा (govardhan puja 2021), भाई दूज (Bhai Dooj 2021), छठ व्रत (Chhath Vrat 2021) और देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi 2021) जैसे कई बड़े पर्व मनाए जाते हैं। आगे जानिए इस बार ये पर्व किस दिन मनाए जाएंगे… 

- 24 अक्टूबर, रविवार को कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी है। इसे करवा चौथ (Devuthani Ekadashi 2021) कहा जाता है। विवाहित महिलाओं के लिए इस तिथि का खास महत्व है। इस दिन महिलाएं अपने जीवन साथी के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चंद्र दर्शन के बाद व्रत पूरा होता है।

- 28 अक्टूबर, गुरुवार को पुष्य नक्षत्र (Pushya Nakshatra 2021) है। इस तिथि पर नई वस्तु खरीदने का विशेष महत्व है। इस दिन सोना-चांदी, वाहन, सुख-सुविधा की चीजें खरीदे जा सकते हैं।

- 1 नवंबर, सोमवार को रमा एकादशी (Rama Ekadashi 2021) है। इस दिन भगवान विष्णु के निमित्त व्रत करें। शाम को विष्णु जी, महालक्ष्मी और तुलसी की पूजा करनी चाहिए।

- 2 नवंबर, मंगलवार से पंचदिवसीय दीपोत्सव शुरू हो रहा है। इस दिन धनतेरस (Dhanteras 2021) मनाई जाएगी। सूर्यास्त के बाद यमराज के लिए दीप जलाएं। शाम को धन की देवी महालक्ष्मी का पूजा करें।

- 3 नवंबर, बुधवार को रूप या नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi 2021) है। इस दिन उबटन लगाकर स्नान करने का विशेष महत्व है।

- 4 नवंबर, गुरुवार को कार्तिक मास की अमावस्या और दीपावली (Diwali 2021) है। इस दिन सूर्यास्त के बाद देवी लक्ष्मी का विशेष पूजन करें। घर-आंगन में दीपक लगाएं। लक्ष्मी-विष्णु का दक्षिणावर्ती शंख से अभिषेक करें। देवी-देवताओं की प्रतिमा को नए वस्त्र चढ़ाएं। हार-फूल अर्पित करें और धूप-दीप जलाकर आरती करें।

- 5 नवंबर, शुक्रवार को गोवर्धन पूजा (govardhan puja 2021) है। इस दिन गोवर्धन पर्वत की पूजा करने की परंपरा है।

- 6 नवंबर, शनिवार को भाई दूज (Bhai Dooj 2021) मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस तिथि पर यमराज अपनी बहन यमुना जी से मिलने उनके घर पहुंचते है। इस दिन यमराज और यमुना जी की विशेष पूजा करनी चाहिए।

- 8 नवंबर, सोमवार को विनायकी चतुर्थी (Vinayaki Chaturthi 2021) है। इस दिन गणेश जी के लिए व्रत किया जाता है। इसी दिन से छठ पूजा पर्व शुरू हो जाता है।

- 10 नवंबर, बुधवार को छठ पूजा (Chhath Puja 2021) है। इस दिन सूर्य देव की विशेष पूजा की जाती है। भक्त निर्जला उपवास करते हैं और पवित्र नदियों में स्नान करते हैं।

- 13 नवंबर, शनिवार को अक्षय नवमी यानी आंवला नवमी (amla navami 2021) है। इस दिन आंवला के वृक्ष की पूजा करनी चाहिए।

- 15 नवंबर, सोमवार को देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi 2021) है। इस दिन तुलसी का विवाह शालीग्राम जी के साथ करवाया जाता है। मान्यता है कि इस तिथि पर भगवान विष्णु शयन से जागते हैं। इस दिन से सभी मांगलिक कर्म फिर से शुरू हो जाते हैं।

- 16 नवंबर, मंगलवार को चातुर्मास खत्म हो जाएगा। इस दिन वृश्चिक संक्रांति और प्रदोष व्रत भी है। इस तिथि पर शिव जी, माता पार्वती और सूर्य देव की विशेष जरूर पूजा करें।

- 18 नवंबर, गुरुवार को वैकुंठ चतुर्दशी (Vaikuntha Chaturdashi 2021) है। इस तिथि के संबंध में मान्यता है कि इस दिन शिव जी भगवान विष्णु को सृष्टि का भार फिर से सौंपते हैं और भगवान विष्णु सृष्टि का संचालन करना शुरू करेंगे।

- 19 नवंबर, शुक्रवार (Guru Nanak Jayanti 2021) को गुरुनानक जयंती है। इस दिन कार्तिक मास की पूर्णिमा है। इस दिन भगवान सत्यनारायण की कथा करें।

- 23 नवंबर, मंगलवार को अंगारक चतुर्थी (Angarak Chaturthi 2021) है। इस दिन भगवान श्रीगणेश की पूजा की जाती है।

- 27 नवंबर, शनिवार को काल भैरवाष्टमी (Kalbhairav Ashtami 2021) है। इस दिन भगवान शिव के अवतार भैरव की पूजा करने का विधान है।

- 30 नवंबर, मंगलवार को उत्पन्ना एकादशी (Uttana Ekadashi 2021) का व्रत किया जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाएगी।
 

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