भगवान की प्रतिमा के दर्शन मात्र से ही कई जन्मों के पापों का प्रभाव नष्ट हो जाता है। इसी वजह से घर में भी देवी-देवताओं की मूर्तियां रखने की परंपरा है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा से जानिए घर में स्थित मंदिर में कौन से देवी-देवता की कितनी मूर्तियां रखनी चाहिए
उज्जैन. भगवान की प्रतिमा के दर्शन मात्र से ही कई जन्मों के पापों का प्रभाव नष्ट हो जाता है। इसी वजह से घर में भी देवी-देवताओं की मूर्तियां रखने की परंपरा है। घर में स्थित मंदिर में कौन से देवी-देवता की कितनी मूर्तियां रखनी चाहिए, जानिए उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा से-
श्रीगणेश की मूर्ति
वैसे तो अधिकांश घरों में गणेशजी की कई मूर्तियां होती हैं, लेकिन ध्यान रखें कि गजानंद की मूर्तियों की संख्या 3 नहीं होना चाहिए। यह अशुभ माना जाता है। गणेशजी की 3 से कम या ज्यादा मूर्तियां घर में रखी जा सकती हैं।
शिवलिंग की संख्या और आकार
घर में शिवलिंग रखने के संबंध में कुछ नियम बताए गए हैं। घर के मंदिर में रखे गए शिवलिंग का आकार हमारे अंगूठे से बड़ा नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही घर के मंदिर में एक शिवलिंग ही रखा जाए तो वह ज्यादा बेहतर फल देता है। एक से अधिक शिवलिंग रखने से बचना चाहिए।
मां दुर्गा और अन्य देवियों की मूर्तियों की संख्या
घर के मंदिर मां दुर्गा या अन्य किसी देवी की मूर्तियों की संख्या तीन नहीं होना चाहिए। यदि आप चाहें तो तीन से कम या ज्यादा मूर्तियां घर के मंदिर में रख सकते हैं। मूर्तियों के संबंध में श्रेष्ठ बात यही है कि मंदिर में किसी भी देवता की एक से अधिक मूर्तियां न हो। अलग-अलग देवी-देवताओं की एक-एक मूर्तियां रखी जा सकती है।
हनुमानजी की मूर्तियां
घर के मंदिर में हनुमानजी की मूर्तियों की संख्या एक ही होनी चाहिए। मंदिर में बैठे हुए हनुमानजी की प्रतिमा रखना श्रेष्ठ होता है। घर के अन्य भाग में हनुमानजी ऐसी प्रतिमा रखी जा सकती है, जिसमें वे खड़े हुए हों। घर के दरवाजे के पास उड़ते हुए हनुमानजी की प्रतिमा रखी जा सकती है।