उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, नए घर का भूमि पूजन करते समय नींव में कुछ चीजें डाली जाती हैं। इनमें चांदी के नाग-नागिन को जोड़ा प्रमुख है। मान्यता है कि ऐसा करने से भूमि का दोष खत्म हो जाता है।
उज्जैन. हिंदू धर्म में अनेक परंपराएं हैं। इन सभी के पीछे कोई न कोई वैज्ञानिक, मनोवैज्ञानिक या धार्मिक कारण अवश्य होता है। ऐसी ही एक परंपरा है घर का निर्माण करवाने से पूर्व भूमि पूजन करने की। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, नए घर का भूमि पूजन करते समय नींव में कुछ चीजें डाली जाती हैं। इनमें चांदी के नाग-नागिन को जोड़ा प्रमुख है। मान्यता है कि ऐसा करने से भूमि का दोष खत्म हो जाता है। इस परंपरा के पीछे धार्मिक मान्यता के साथ-साथ मनोवैज्ञानिक पक्ष भी छिपा है, जो इस प्रकार है...
ये है धार्मिक पक्ष
पौराणिक ग्रंथों में शेषनाग के फन पर पृथ्वी टिकी होने का उल्लेख मिलता है-
शेषं चाकल्पयद्देवमनन्तं विश्वरूपिणम्।
यो धारयति भूतानि धरां चेमां सपर्वताम्।।
अर्थ
ये है मनोवैज्ञानिक पक्ष