हमारे आस-पास ऐसे अनेक लोग होते हैं जो सिर्फ लोगों की गलतियां निकालने में ही विश्वास रखते हैं। ऐसे लोग अच्छे से अच्छे काम में भी सिर्फ बुराई ही ढूंढते हैं। ऐसे लोगों से जितना हो सके दूर ही रहना चाहिए। और हमें भी ऐसी गलती नहीं करनी चाहिए।
उज्जैन. हमें वो इंसान बनना चाहिए जो औरों की गलती को सुधार कर उनके जीवन को सकारात्मक बना सके। Asianetnews Hindi Life Management सीरीज चला रहा है। इस सीरीज के अंतर्गत आज हम आपको ऐसा प्रसंग बता रहे हैं जिसका सार यही है हमें जब भी सलाह लेना हो, योग्य व्यक्ति से ही लेना चाहिए।
जब लोगों ने निकाली चित्रकार की गलतियां
किसी शहर में एक प्रसिद्द चित्रकार रहता था। देश-विदेश में उसकी चित्र प्रदर्शनी देखने हजारों लोग आते थे और उसके काम की प्रशंसा करते नहीं थकते थे। एक बार उसने सोचा कि कहीं ऐसा तो नही कि लोग सिर्फ उसके मुंह पर उसकी तारीफ़ करते हैं और पीठ पीछे उसके काम में कमी निकालते हैं।
यही सोच कर उसने अपनी बनायी एक मशहूर पेंटिंग सुबह-सुबह शहर के एक व्यस्त चौराहे पर लगा दी और नीचे लिख दिया कि “जिसे भी इस पेंटिंग में कहीं कोई कमी नज़र आये वह उस जगह एक निशान लगा दे।”
शाम को जब वो पेंटिंग देखने चौराहे पर गया तो उसकी आँखें फटी-फटी रह गयीं। पेंटिंग पर सैकड़ों निशान लगे हुए थे। वह बहुत निराश हो गया और चुपचाप पेटिंग उठा कर अपने घर चला गया। इस घटना का उस पर बहुत बुरा असर हुआ। उसने चित्रकारी करना छोड़ दिया और लोगों से मिलने-जुलने से भी कतराने लगा।
एक दिन उसके किसी दोस्ती ने उसकी निराश का कारण पूछा तब उसने उदास मन से उस दिन की घटना सुना डाली। मित्र बोला, “एक काम करते हैं हम एक बार और तुम्हारी बनायी कोई पेटिंग उस चौराहे पर रखते हैं।”
और अगली सुबह उन्होंने चौराहे पर एक नयी पेंटिंग लगा दी। पेटिंग लगाने के बाद चित्रकार उसके नीचे फिर से वही लाइन लिखने जा रहा था कि कि तभी दोस्त ने उसे रोका और कहा इस बार लिखो “जिस किसी को भी इस पेंटिंग में कहीं भी कोई कमी दिखाई दे उसे सही कर दे।”
शाम को जब दोनों दोस्त उस पेंटिंग को देखने गया तो उन्होंने देखा कि पेंटिंग जैसी सुबह थी अभी भी बिलकुल वैसी की वैसी ही है।
दोस्त चित्रकार को देखकर मुस्कुराया और बोला, “कुछ समझे…, कोई भी मूर्ख गलतियाँ निकाल सकता है और ज्यादातर मूर्ख निकालते ही हैं, लेकिन गलतियां सुधारने वाले बहुत कम ही लोग होते हैं।
बेकार में ऐसे लोगों की राय लेने का कोई फायदा नहीं जो सिर्फ और सिर्फ दूसरों मीन मेख निकालना चाहते हैं, उन्हें नीचा दिखाना चाहते हैं, लेकिन उनको सुधारने के लिए न उनके पास समय है और न ज्ञान। इसलिये गलती तुम्हारे चित्र में नहीं बल्कि गलती ऐसे लोगों से सलाह मांगने में है।”
लाइफ मैनेजमेंट
हमें हर किसी से सलाह नहीं लेनी चाहिए। यदि हमें सलाह लेनी ही है तो अपनी फील्ड के एक्सपर्ट से ही सलाह या फीडबैक लें। हमें वो इंसान बनने से बचना चाहिए जो सिर्फ गलतियाँ निकालना जानता है।
ये खबरें भी पढ़ें...
Life Management: राजा ने साधु को राज-पाठ सौंप दिया, बाद में साधु ने उस राजा को नौकर बना लिया…फिर क्या हुआ?
Life Management: जब एक बुढ़िया ने शिवाजी महाराज को कहा मूर्ख, शिवाजी ने कारण पूछा तो बताई उनकी ये गलती
Life Management: पूरा खजाना देने के बाद भी फकीर का भिक्षा पात्र नहीं भर पाया राजा…कारण भी बहुत अनोखा था
Life Management: साधु किसी गरीब को सोने का सिक्का देना चाहते थे, लेकिन उन्होंने राजा को दे दिया…जानिए क्यों?
Life Management: मूर्तिकार ने अपने जैसी 10 मूर्तियां बनाई, यमदूत आए तो वो भी चकरा गए…फिर क्या हुआ?