महाभारत में सभी मनुष्यों की उम्र 100 साल बताई गई है, लेकिन फिर भी लोग कम उम्र में ही मर जाते हैं।
उज्जैन. मनुष्यों की कम उम्र का कारण महात्मा विदुर ने धृतराष्ट्र को बताया है। विदुर के कहे गए इस श्लोक से इस बात को अच्छी तरह समझा जा सकता है-
श्लोक-
अतिमानोअतिवादश्च तथात्यागो नराधिप।
क्रोधश्चात्मविधित्सा च मित्रद्रोहश्च तानि षट्।।
एत एवासयस्तीक्ष्णा: कृन्तन्यायूंषि देहिनाम्।
एतानि मानवान् घ्नन्ति न मृत्युर्भद्रमस्तु ते।।
1. अत्यधिक अभिमान
हर समय अपनी प्रशंसा करने वाला, खुद को सबसे समझदार मानने वाला मनुष्य अभिमानी होता है। खुद को सबसे श्रेष्ठ और दूसरों का छोटा समझने वाले मनुष्य का अभिमान ही उसकी उम्र कम करता जाता है।
2. बहुत ज्यादा बोलना
ज्यादा और व्यर्थ बोलने वाले कई बार ऐसी बातें बोल जाते हैं जिसके कारण आगे चलकर उन्हें नकारात्मक परिणामों का सामना करना पड़ता है। इस आदत का बुरा असर मनुष्य के जीवन पर पड़ता ही है।
3. क्रोध
क्रोध को मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु माना गया है। गुस्से में मनुष्य ऐसे काम भी कर जाता है, जो उसके लिए नुकसान और दुख का कारण बन सकते हैं। ऐसे में यह आदत भी मनुष्य की उम्र घटाती है।
4. त्याग की कमी
समाज में सुख-शांति से रहने के लिए मनुष्य में त्याग और सर्मपण की भावना होना चाहिए। त्याग और अपनेपन की कमी भी मनुष्य की आयु कम करती है।
5. मित्र को धोखा
शास्त्रों के अनुसार, मित्रों को धोखा देना महापाप है। इसके कारण भी मनुष्यों की उम्र कम हो जाती है।
6. लालच
लालच को मनुष्य का दुश्मन कहा गया है। लालच के कारण मनुष्य अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रख पाता और पाप कर बैठता है। ये भी उम्र कम होने का एक कारण है।